डेस्क। सूरनकोट इलाके में शनिवार को वायुसेना के काफिले पर आतंकी हमले में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा का हाथ होने की सूचना मिली है।
ऐसी आशंका है कि हमले में तीन से चार आतंकी भी शामिल हुए हैं, जिन्होंने घात लगा रखी थी। हमले का मास्टर माइंड अबू हमजा बताया जा रहा है जो सीमावर्ती जिले राजोरी-पुंछ में आतंकी वारदातों को ऑपरेट भी कर रहा है। हमले में अधिक नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से स्टील बुलेट का इस्तेमाल भी किया गया। अभी तक अभी किसी संगठन ने घटना की जिम्मेदारी भी नहीं ली है।
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दहशतगर्दों की तलाश रविवार को दूसरे दिन भी जारी रही है। सुरक्षाबल 20 किलोमीटर से अधिक के दायरे को घेरकर आतंकियों का पता लगाने में जुटे हुए हैं। तलाशी अभियान में हेलीकॉप्टर, ड्रोन, डॉग स्कवायड व पैरा कमांडो को लगाया जा चुका है। इस दौरान संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए छह से अधिक लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
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प्रारंभिक जांच में ये पता चला है कि आतंकियों ने अधिक से अधिक लोगों को हताहत करने के लिए एके असॉल्ट राइफलों के अलावा अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन और स्टील की गोलियों का भी इस्तेमाल किया था।
हमले के बाद हमलावर जंगल में भागकर छिप गए हैं और जम्मू केआईजीपी आनंद जैन और सेना और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया गया है।
अधिकारियों ने ये भी बताया है कि आतंकियों को मार गिराने के लिए शाहसितार, गुरसाई, सनाई और शीनदारा टॉप समेत कई इलाकों में सेना और पुलिस का संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। सीमावर्ती पुंछ जिले के साथ-साथ निकटवर्ती राजोरी में पिछले दो वर्षों में बड़े आतंकी हमले भी हुए हैं। इस क्षेत्र में 2003 से 2021 के बीच आतंकवाद समाप्त हो चुका था।