डेस्क। बॉलीवुड एक्ट्रेस अदा शर्मा की फिल्म द केरल स्टोरी हाल ही में रिलीज हुई थी और इस मूवी को लोगों ने दिल खोलकर प्यार भी दिया है। बॉक्स ऑफिस पर भी द केरल स्टोरी ने धमाल मचा दिया है। वहीं अदा शर्मा की फिल्म का विरोध लोग जमकर कर रहे हैं। साथ ही बॉलीवुड के कई सितारे इस मूवी को प्रोपेगेंडा बता रहे है।
साथ ही इस बीच अब एक और अपकमिंग फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में फंस चुकी है। ये नई हिंदी फिल्म ‘अजमेर-92’ है जो अगले महीने रिलीज़ होने वाली है। पर कथित तौर पर कहा जा रहा है कि यह फिल्म अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट करती है और 30 साल पहले अजमेर में टीनएज लड़कियों पर हुए आपराधिक हमले पर बेस्ड भी है। वहीं, फिल्म के कंटेंट को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद ने ‘अजमेर-92’ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इसे बैन करने की मांग भी की है।
अजमेर-92’ पर बैन की मांग क्यों की ?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुष्पेंद्र सिंह के डायरेक्शन में बनी और जरीना वहाब, सयाजी शिंदे, मनोज जोशी और राजेश शर्मा स्टारर अजमेर 92 को रियल बेस्ड स्टोरी बताया जा रहा है। इस फिल्म को कुछ लोग अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बता रहे हैं और इस बीच जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने फिल्म का विरोध करना शुरु कर दिया है।
जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा है, ‘अजमेर शरीफ की दरगाह को बदनाम करने के लिए बनी फिल्म पर फौरन प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और आपराधिक घटनाओं को धर्म से जोड़ने के बजाय अपराधों के खिलाफ एकजुट कार्रवाई की जरूरत है यह फिल्म समाज में दरार को पैदा करेगी।’