डेस्क। पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में शनिवार शाम लगभग सवा छह बजे घात लगाकर एयरफोर्स के काफिले पर आतंकियों की ओर से किए गए हमले में एक जवान ने अपना बलिदान दे दिया। चार अन्य भी घायल हैं। काफिले में शामिल दो वाहनों में से एक को आतंकियों ने निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दीं। एयरफोर्स के प्रवक्ता ने एक्स पर कहा कि आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एयरफोर्स के पांच जवान घायल हुए हैं। इन्हें नजदीक के अस्पताल में भेजा भी गया। इलाज के दौरान एक जवान ने दम तोड़ दिया। स्थानीय सैन्य इकाइयों की ओर से इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन को चलाया जा रहा है।
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घात लगाए आतंकियों ने सैन्य वाहनों पर शशिधार के पास हमला कर दिया। एयरफोर्स के दो वाहन सुरनकोट इलाके के सनई टॉप लौट रहे थे। यहां पहले से घात लगाए बैठे आतंकियों ने वाहनों के पहुंचते ही एक वाहन को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। वाहन के शीशे पर 14 से 15 गोलियों के निशान साफ देखे जा सकते हैं।
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एयरफोर्स के एक प्रवक्ता ने एक्स पर कहा कि आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एयरफोर्स के पांच जवान घायल हुए है। इन्हें नजदीक के अस्पताल में भेज दिया गया। इलाज के दौरान एक जवान ने अपना दम तोड़ दिया। स्थानीय सैन्य इकाइयों की ओर से इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है वहीं हमले के बाद भारतीय सेना की अतिरिक्त टुकड़ियां पुंछ में जर्रा वाली गली में पहुंच गई हैं।
दिसंबर से पुंछ में हुआ तीसरा हमला
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आपको ज्ञात हो कि इससे पहले आतंकियों ने 12 जनवरी को कृष्णा घाटी इलाके में सैन्य वाहनों को अपना निशाना बनाया था, जिसमें चार जवान शहीद हो गए थे। इससे पहले 22 दिसंबर 2023 को डेरा की गली इलाके में सैन्य वाहनों पर हमला हुआ था। अब यह तीसरा हमला है वहीं इन तीनों हमलों में पांच जवान बलिदान भी हो गए, जबकि कई जवान घायल हुए।
पहले से घात लगाए आतंकियों की ओर से शाम के वक्त सैन्य वाहनों पर हमले किए जा रहे हैं वहीं यह हमले जंगल वाले इलाकों में हो रहा है। हमला करने के बाद आतंकी भागकर जंगलों में छिप जा रहे हैं। अंधेरे का लाभ उठाकर आतंकी जंगल में दूर तक निकल जाते हैं।
पुंछ में पिछले 30 महीनों में आतंकियों की ओर से हमले की यह छठी घटना बताई जा रही है। 2021 से शुरु हुई घटनाओं में अब तक 22 जवान बलिदान हो गए हैं। इन घटनाओं में कई जवान घायल भी हो गए हैं।