डेस्क। आज के डिजिटल युग में ज्यादातर लोग अपना बैंक से जुड़ा कामकाज ऑनलाइन ही पूरा करते हैं। लोग बैंकिंग से जुड़े काम के लिए स्मार्टफोन या लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं पर ऐसा करते हुए उन्हें बेहद सावधान रहने की भी जरूरत है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि अब साइबर अपराधी भी इसका फायदा उठाने लगे हैं और जिन तरीकों का वे इस्तेमाल करते हैं, उनमें से एक स्पियर फिशिंग (Spear phishing) का भी है तो आइए इसके बारे में आपको बताते हैं।
क्या होती है स्पियर फिशिंग?
स्पिल फिशिंग में ईमेल के जरिए फ्रॉड किया जाता है और इसमें एक खास संस्था को टार्गेट किया जाता है।और उसके गोपनीय डेटा का अनाधिकृत एक्सेस लेने की कोशिश की जाती है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
सबसे पहला, अगर मैसेज में कोई फॉर्म आता है जिसमें आपसे किसी तरह की निजी जानकारी मांगी गई है, तो फौरन रूक जाएं और इसके अलावा उसे दोबारा चेक भी करें।
साथ ही ईमेल भेजने वाले से पहले संपर्क किए बिना और इस बात को वेरिफाई करने के बिना की ईमेल असली है, उसका कोई जवाब आपको नहीं देना चाहिए।
इसके साथ स्क्रीन पर दिख रहे ईमेल एड्रेस को चेंक करें, कि क्या वह आपकी कंपनी के अंदर इस्तेमाल किया भी जाता है या नहीं।
ऐसे ईमेल में दिए गए अटैचमेंट को बिल्कुल भी न खोलें, क्योंकि इनमें वायरस भी मौजूद हो सकता है।
इसके साथ कभी भी किसी ईमेल को डिलीट न करें और उसकी जानकारी तुरंत आईटी विभाग या अपनी कंपनी के कंप्यूटर सपोर्ट के कॉन्टैक्ट को पहुंचाएं जिससे उन पर कार्रवाई भी की जा सके।
इस बात को भी चेक कर लें कि क्या ईमेल के साथ जुड़ा सेंडर असल में कंपनी से है या फिर नहीं।
आखिर में, अगर आपको रिडायरेक्ट करके किसी वेबसाइट पर ले जाया जाता है, तो उसे भी चेक कर लीजिए। इस बात को चेक करें कि वेबसाइट आपकी कंपनी की ही होनी चाहिए।
वहीं इसके अलावा इन दिनों मैसेज के जरिए स्कैम होने की कई खबरें सामने आ रही हैं तो मैसेज करने वाले कई बार यूजर्स को अलग-अलग तरीके से परेशान भी करते हैं ज्यादातर मैसेज कोई पॉलिसी या ऑफर को लेकर होते हैं। वहीं इन मैसेज में आपके साथ फ्रॉड सा स्कैम भी शमिल हो सकता है।