डेस्क । मां और बेटे ने मिलकर पिता की हत्या कर दी। विधवा बेटी और उसके प्रेमी ने उसका साथ दिया। हत्या को हादसे का रूप देने की कोशिश करी गई और वो इसमें कामयाब भी हो गए। लेकिन शमशान घाट में पुलिस अचानक पहुंच गई और अर्थी पर से लाश भी उठवा ली।
यह पता चला कि जो पत्नी सबसे ज्यादा रो रही थी वही अपने पति की मौत की मास्टरमाइंड निकली।
अपने हाथों उसने अपना सुहाग खुद ही उजाड़ लिया। मामला डूंगरपुर जिले के सांगवाड़ा थाना इलाके का बताया जा रहा है।
अंतिम संस्कार से चंद मिनटों पहले खुल गया राज
पुलिस ने यह बताया कि थाना इलाके में स्थित पुर्नवास कॉलोनी में रहने वाले हेमंत जोशी की मौत के बाद परिवार के लोग उनका अंतिम संस्कार करने ले लिए गए थे। कॉलोनी और परिवार के लोगों को बताया गया था कि हेमंत जोशी एक रात पहले डेयाना रोड पर अचेत भी मिले थे। शरीर पर चोट के निशान थे। संभव है कि किसी वाहन ने टक्कर मार दी होगी। उसके बाद डॉक्टरों से जांच कराई तो पता चला कि उनकी मौत हो गई है।
बेटा मुखागिन देने ही वाला था और पुलिस ने शव भी उठा लिया…
परिवार में कोहराम मच गया। अंतिम यात्रा निकाली गई और हेमंत जोशी की लाश को शमशान तक लाया गया। बेटा अपने पिता की लाश को मुखागिन देने ही जा रहा था कि अचानक पुलिस वहां आ पहुंच गई। यह पता चला कि हेमंत जोशी के सिर में डंडे से मारने के निशान हैं। लाश को मुर्दाघर भी पहुंचाया गया। जांच में सामने आया कि सिर में चोट लगने से मौत हो गई है। पुलिस ने तुरंत हेमंत के बेटे मुकेश को धर भी लिया। उसने बताया कि विधवा बहन योगिता कुछ दिन से एक युवक के साथ प्रेम में थी और इसी बात को लेकर पिता ने आपत्ति भी जताई थी। मामला बढ़ा तो मुकेश, उसकी मां सुशीला, बहन योगिता और बहन के प्रेमी ने मिलकर हेमंत की हत्या कर दी और लाश हाइवे पर फेंक भी दी। पुलिस ने अब इन्हें अरेस्ट कर लिया है।