Kanpur Dehat: कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई है बता दें सोमवार को यहां अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया के दौरान यह घटना हुई है। जिस पर अब सियासत काफी तेज हो गई है।
आपको बता दें परिवार का आरोप है कि पुलिस ने झोपड़ी में आग लगाई थी और जिस कारण दोनों महिलाओं की मौत भी हो गई। वहीं स्थानीय पुलिस यह कह रही है कि उन दोनों ने खुद को आग लगाई थी। फिलहाल पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है और आश्वासन दिया गया है कि मामले की जांच भी की जाएगी।
पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश भी की है और जानबूझकर चोट पहुंचाने का मामला भी दर्ज किया गया है। आरोपितों में बुलडोजर ऑपरेटर, सबडिविजनल मजिस्ट्रेट और स्टेशन हाउस ऑफिसर भी शामिल हैं दूसरी ओर विपक्ष ने योगी सरकार पर हमला करना भी शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों ने भी लगाया गंभीर आरोप
एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि यह घटना जिले के मडौली गांव की है। साथ ही पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी एक सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने भी गए थे। वहीं ग्रामीणों का यह कहना है कि उन्हें पहले से कोई सूचना भी नहीं दी गई थी और अधिकारी सुबह बुलडोजर लेकर वहां पहुंच गए।
जानकारी के अनुसार मृतका के बेटे शिवम दीक्षित ने आरोप लगाया है कि जब वे लोग अपने घर में थे तब आग लगा दी गई और मंदिर भी तोड़ दिए गए। साथ ही उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट पर भी आरोप लगाया कि वे वहीं मौजूद थे, साथ ही उन्होंने भी कुछ नहीं किया। और शिवम ने यह बताया कि वे लोग किसी तरह वहां से निकलने में सफल हुए लेकिन उनकी मां नहीं बच सकीं हैं।
पुलिस ने क्या किया दावा
स्थानीय पुलिस ने कल दावा किया था कि महिला और उनकी बेटी ने खुद अपने आप को आग लगा ली थी। साथ ही एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि थाना प्रभारी दिनेश गौतम और प्रमिला के पति गेंदन लाल पीड़ितों को बचाने की कोशिश कर रहे थे जिसमें वे भी झुलस गए थे।