देश:- जीवन मे सत्य का मिलना बहुत मुश्किल है। लोग दावा करते हैं कि वह आपसे सत्य के साथ जुड़े हैं लेकिन उनके इस कथन में भी कहीं न कहीं उनका स्वार्थ छुपा हुआ होता है। कई बार लोग सत्य की काया पहन कर हमने झूठ बोलते हैं और हम उनके झूठ पर निरंतर विश्वास करते रहते हैं।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि आप व्यक्ति के व्यवहार से यह भांप सकते हैं कि वह आपसे सत्य बोल रहा है या सत्य की आड़ में वह आपको ठग रहा है। क्योंकि ऐसे लोग जहरीले सांप की तरह होते हैं जो हमें सिर्फ दुख देते हैं और हमारा अहित ही चाहते हैं।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि यदि आपके साथ कोई ऐसा व्यक्ति है। जो आपसे हर बात घुमा फिरा कर कहता है। तो वह कभी भी सत्य नहीं बोल सकता। उसकी हर बात में छल कपट भरा होगा। वह आपके साथ अपने स्वार्थ के लिए जुड़ा है और ऐसे लोग अपने हित के लिए आपको कभी भी धोखा दे सकते हैं।
आचार्य चाणक्य का मानना है कि कुछ लोग बात-बात पर बहाने बनाते हैं। किसी का समर्थन नहीं करते। यदि आपको मुसीबत में उनकी आवश्यकता पड़ती है तो वह आपके साथ कभी नहीं खड़े होते हैं। वहीं उनके लिए मतलब ही सब कुछ होता है। यह लोग बार-बार मैं के भाव से आपसे बात करते हैं। तो आपको इन लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। क्योंकि यह लोग सदैव आपसे झूठ बोलते हैं और यह कभी भी आपका हित नहीं कर सकते हैं।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि जो लोग आपके सफल होने पर जलते हैं। उन्हें यह फिक्र नहीं रहती कि आप आगे बढ़ें। तो ऐसे लोग सदैव मतलब साधते हैं और बात-बात पर झूठ बोलकर आपसे अपना काम निकलवाते हैं और जब आपको इनकी जरूरत होती है। तो यह लोग आपका साथ छोड़ देते हैं।