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Join NowNitish Kumar: बिहार की राजनीति और विकास की दिशा में आज का दिन, यानी मंगलवार (16 दिसंबर, 2025) सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक ऐसी घोषणा कर दी है, जिसने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। पिछले 20 सालों से ‘सुशासन बाबू’ के नाम से मशहूर नीतीश कुमार ने अब बिहार को विकसित राज्यों की कतार में खड़ा करने के लिए ‘सात निश्चय-3′ (Saat Nischay-3) का बिगुल फूंक दिया है।
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सीएम ने गर्व के साथ कहा कि 2005 से लेकर अब तक बिहार ने सात निश्चय पार्ट-1 और पार्ट-2 के जरिए विकास की लंबी छलांग लगाई है। लेकिन अब बारी है एक नए अध्याय की। आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि इस ‘सात निश्चय-3’ के पिटारे में आपके और हमारे लिए क्या खास है।
1. दोगुना रोजगार- दोगुनी आय: बेरोजगारी पर सबसे बड़ा वार
सबसे पहला और सबसे बड़ा वादा—रोजगार। नीतीश सरकार ने अगले 5 सालों में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है।
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महिलाओं के लिए खुशखबरी: मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत अब स्वरोजगार के लिए मदद बढ़ाई जा रही है। अगर आप अपना काम शुरू करना चाहती हैं, तो सरकार आपको 2 लाख रुपये तक की सहायता देगी।
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गरीबों का कल्याण: जाति आधारित गणना में जिन 94 लाख गरीब परिवारों की पहचान हुई थी, उन्हें सबसे पहले मदद मिलेगी।
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मकसद: बिहार के हर इंसान की औसत आय (Per Capita Income) को दोगुना करना। इसके लिए एक अलग ‘युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग’ भी बनाया गया है।
2. समृद्ध उद्योग- सशक्त बिहार: चीनी मिलों की वापसी
बिहार के लोग सालों से जिस पल का इंतजार कर रहे थे, वह आ गया है। बंद पड़ी 9 चीनी मिलों की चिमनियाँ फिर से धुआं उगलेंगी और 25 नई चीनी मिलें खोली जाएंगी।
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50 लाख करोड़ का निवेश: सरकार का लक्ष्य है कि अगले 5 सालों में प्राइवेट कंपनियां बिहार में 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश करें।
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टेक हब (Tech Hub): बिहार को पूर्वी भारत का सिलिकॉन वैली बनाने की तैयारी है। इसके लिए नई नीतियां और कमेटियां बन चुकी हैं।
3. कृषि में प्रगति: किसानों की बल्ले-बल्ले
तीसरा निश्चय पूरी तरह से हमारे अन्नदाताओं को समर्पित है। ‘मखाना रोड मैप’ और ‘चौथा कृषि रोड मैप’ के जरिए किसानों की जेब भरने की तैयारी है।
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हर पंचायत में ‘सुधा’: अब दूध बेचने के लिए दूर नहीं जाना होगा, हर पंचायत में ‘सुधा’ बिक्री केंद्र खुलेंगे।
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हर खेत को पानी: सिंचाई की समस्या को जड़ से खत्म करने का वादा दोहराया गया है।
4. उन्नत शिक्षा- उज्ज्वल भविष्य: बनेगा ‘एजुकेशन सिटी’
बिहार कभी ज्ञान का केंद्र था, और सरकार उसे वापस लाना चाहती है। इसके तहत राज्य में एक भव्य ‘एजुकेशन सिटी’ (Education City) का निर्माण होगा। पुराने और प्रतिष्ठित कॉलेजों को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ बनाया जाएगा। इसके लिए एक अलग उच्च शिक्षा विभाग पहले ही काम शुरू कर चुका है।
5. सुलभ स्वास्थ्य: सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर लगाम?
यह पॉइंट सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाला है। ‘सात निश्चय-3’ के तहत सरकार एक कड़ा फैसला लेने जा रही है—सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक!
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बदले में डॉक्टरों को अलग से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
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आपके ब्लॉक के अस्पताल अब ‘स्पेशलिटी हॉस्पिटल’ और जिले के अस्पताल ‘सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल’ बनेंगे। यानी अब इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
6. मजबूत आधार- आधुनिक विस्तार: बिहार में बनेगी ‘फिल्म सिटी’
क्या आप सोच सकते हैं कि बॉलीवुड जैसी फिल्में अब बिहार में शूट होंगी? जी हाँ, सरकार राज्य में एक ‘फिल्म सिटी’ बनाने जा रही है।
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5 नए एक्सप्रेस-वे: शहरों को जोड़ने के लिए 5 शानदार एक्सप्रेस-वे बनेंगे।
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स्पोर्ट्स सिटी: पटना में विश्वस्तरीय ‘स्पोर्ट्स सिटी’ बनेगी, ताकि बिहार के खिलाड़ी भी मेडल ला सकें।
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सोलर पावर: अगर आप अपनी छत पर सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं, तो सरकार इसमें पूरी मदद करेगी।
7. सबका सम्मान- जीवन आसान (Ease of Living)
आखिरी निश्चय का मकसद है टेक्नोलॉजी के जरिए आम आदमी की जिंदगी को आसान बनाना। सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें और घर बैठे सारे काम हों, यही सरकार का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह मास्टरप्लान अगर जमीनी स्तर पर सही से लागू हो गया, तो बिहार की तस्वीर बदलने में देर नहीं लगेगी। 1 करोड़ रोजगार और 50 लाख करोड़ का निवेश सुनने में तो बहुत अच्छा लगता है, अब देखना यह है कि 2025 के बाद बिहार विकास की किस ऊंचाई को छूता है।











