Droupadi Murmu: भारत की 15वीं राष्ट्रपति की प्रेरणादायक कहानी •

Published On: August 19, 2025
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Droupadi Murmu: भारत की 15वीं राष्ट्रपति की प्रेरणादायक कहानी

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Droupadi Murmu के जीवन, शिक्षा, राजनीतिक करियर और राष्ट्रपति के रूप में उनके योगदान के बारे में। आदिवासी महिला राष्ट्रपति की प्रेरणादायक यात्रा।

Droupadi Murmu का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के दूरदराज़ Mayurbhanj जिले के Uparbeda गाँव में संताल आदिवासी परिवार में हुआ। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा Uparbeda Primary School से शुरू की और कक्षा VIII से भुवनेश्वर में पढ़ाई की।

  • वह अपने गाँव की पहली लड़की थीं जिन्होंने मैट्रिक पास की।

  • 1979 में Ramadevi Women’s College, Bhubaneswar से BA in Political Science & Economics की डिग्री प्राप्त की।

उनके प्रारंभिक जीवन की कहानी संघर्ष, धैर्य और नैतिक मूल्यों से प्रेरित है, जिसने उन्हें समाज सेवा और नेतृत्व की ओर अग्रसर किया।


पेशेवर करियर

  • 1979-1983: Junior Assistant, Irrigation & Power Department, Govt. of Odisha।

  • 1994-1997: Honorary Teacher, Sri Aurobindo Integral Education & Research Centre, Rairangpur।

Smt. Murmu शिक्षा के महत्व की वकालत करती हैं, विशेष रूप से वंचित महिलाओं और लड़कियों के लिए, और अपने अनुभवों को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करती हैं।


सार्वजनिक जीवन और राजनीतिक करियर

Smt. Droupadi Murmu ने ग्रामीण लोकतंत्र में गहरी पैठ बनाई और सभी तीन स्तरों पर सार्वजनिक सेवा दी।

प्रमुख पद और उपलब्धियां:

  • 1997: Rairangpur Notified Area Council से Councillor, बाद में Vice Chairperson

  • 2000-2009: Odisha Legislative Assembly की दो बार सदस्य, Rairangpur सीट।

  • 2000-2002: Minister of State (Independent Charge), Commerce & Transport।

  • 2002-2004: Minister of State (Independent Charge), Fisheries & Animal Resources Development।

  • Odisha Legislative Assembly की विभिन्न Standing Committees में सदस्य।

  • 2007: Pandit Nilkanth Das – Best Legislator Award

  • BJP में विभिन्न पद: National Vice-President (ST Morcha), State President (ST Morcha Odisha), Mayurbhanj District President।

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राज्यपाल के रूप में कार्यकाल

  • 18 मई 2015: Jharkhand की राज्यपाल नियुक्त, 6 साल 55 दिनों तक सेवा।

  • पहली आदिवासी महिला राज्यपाल।

  • शिक्षा सुधार, Kasturba Gandhi Balika Vidyalayas में गुणवत्ता सुधार और लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान।


राष्ट्रपति के रूप में योगदान

  • 25 जुलाई 2022: भारत की 15वीं राष्ट्रपति

  • शिक्षा, लिंग न्याय, सार्वजनिक सेवा की पहुँच, पर्यावरण संरक्षण और समावेशी शासन पर जोर।

  • सांस्कृतिक संरक्षण: Santali भाषा और Ol Chiki लिपि के संवैधानिक मान्यता में योगदान।

  • Rashtrapati Bhavan में भारतीय कला, हस्तशिल्प, संगीत और पारंपरिक व्यंजन को प्रदर्शित करने के लिए पहल।

  • बच्चों और दिव्यांगजन के लिए Rashtrapati Bhavan को अधिक सुलभ बनाया।


व्यक्तिगत जीवन

  • 1980: विवाह, पति Shyam Charan Murmu (बैंक अधिकारी, 2014 में निधन)।

  • बेटी: Itishree Murmu (बैंकिंग पेशेवर)

  • दामाद: Ganesh Hembram (अंतरराष्ट्रीय रग्बी खिलाड़ी)

  • पोते-पोतियां: Adyashree और Nityashree

Smt. Murmu ने व्यक्तिगत कठिनाइयों के बावजूद राष्ट्र निर्माण में समर्पण दिखाया।


विदेश यात्रा और अंतर्राष्ट्रीय मान्यता

  • 2022-2025: UK, Vatican City, Suriname, Serbia, Mauritius, Fiji, New Zealand, Timor-Leste, Algeria, Mauritania, Malawi, Portugal, Slovakia

  • पुरस्कार और मान्यता:

    • Grand Order of the Chain of the Yellow Star (Suriname)

    • Companion of the Order of Fiji

    • Grand Collar of the Order of Timor-Leste

    • Honorary Doctorate in Civil Law (Mauritius)

    • Honorary Doctorate in Political Science (Algeria)

    • Honorary Doctorate in Sciences (Slovakia)

Smt. Droupadi Murmu का जीवन संघर्ष, शिक्षा और समर्पित सेवा का उदाहरण है। आदिवासी महिला के रूप में उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व की भूमिका निभाते हुए समाज के सबसे वंचित वर्ग के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हैं। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि धैर्य, समर्पण और दृढ़ता से हर चुनौती को पार किया जा सकता है

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