Aniruddhacharya Controversy: मथुरा में कथावाचक के गार्ड्स पर ‘गुंडई’ का आरोप, दुकानदार को बेरहमी से पीटा

Published On: December 16, 2025
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Aniruddhacharya Controversy: मथुरा में कथावाचक के गार्ड्स पर 'गुंडई' का आरोप, दुकानदार को बेरहमी से पीटा

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Aniruddhacharya Controversy:  धर्म नगरी मथुरा, जो अपनी भक्ति और कथाओं के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, आज एक सनसनीखेज और दुखद घटना के कारण सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर अपनी बातों और ‘बिस्कुट-चाय’ वाले बयानों से मशहूर हुए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज (Aniruddhacharya Maharaj) के गौरी गोपाल आश्रम से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

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आरोप है कि अनिरुद्धाचार्य के सुरक्षाकर्मियों (Security Guards) ने आश्रम के पास ही अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले एक दुकानदार को जानवरों की तरह पीटा है। मामला इतना बढ़ गया है कि पीड़ित परिवार ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

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क्या है पूरा मामला? (What happened at Gauri Gopal Ashram?)

घटना मथुरा के प्रसिद्ध गौरी गोपाल आश्रम (Gauri Gopal Ashram) के पास की है। प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित पक्ष के मुताबिक, आश्रम के पास दुकान लगाने वाले विवेक कुमार को अनिरुद्धाचार्य के सिक्योरिटी गार्ड्स ने निशाना बनाया। आरोप है कि गार्ड्स ने पहले विवेक को दुकान से बाहर खींचा और फिर उन्हें घसीटते हुए आश्रम के अंदर ले गए।

वहां बंद कमरे में या आश्रम परिसर के भीतर उनकी जमकर पिटाई की गई। इस मारपीट में दुकानदार विवेक कुमार बुरी तरह घायल हो गए हैं और उनके शरीर पर चोट के गंभीर निशान बताए जा रहे हैं।

बेटी की आंखों देखी: “पापा को घसीटते हुए ले गए…”

इस पूरी घटना का सबसे दर्दनाक पहलू पीड़ित दुकानदार की बेटी का बयान है, जिसने अपने पिता को पिटते हुए देखा। डरी-सहमी बेटी ने बताया, “करीब 11:30 से 12:00 बजे के बीच अनिरुद्धाचार्य जी के आश्रम का गार्ड आया और मेरे पिताजी को दिनदहाड़े घसीटता हुआ ले गया। वे उन्हें मार-पीट रहे थे। जब मेरे पिताजी ने विरोध करने की कोशिश की, तो वे उन्हें और बुरी तरह मारते हुए गौरी-गोपाल आश्रम के अंदर ले गए।” बेटी के इन शब्दों ने पुलिस प्रशासन और आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या एक कथावाचक के आश्रम में कानून हाथ में लेने की छूट दी गई है?

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अस्पताल में ‘खेल’ का आरोप: परिवार का दर्द

मारपीट के बाद जब घायल विवेक कुमार को अस्पताल ले जाया गया, तो वहां एक नया ड्रामा शुरू हो गया। पीड़ित की पत्नी और परिवार का आरोप है कि अनिरुद्धाचार्य के दबाव और रसूख के चलते अस्पताल प्रशासन (Hospital Administration) उनके पति का सही इलाज नहीं कर रहा है।

विवेक कुमार की पत्नी ने रोते हुए मीडिया को बताया, “हमे अस्पताल में इंतजार कराया गया। उन्हें एक भी दवाई नहीं दी गई। डॉक्टर और स्टाफ किसी के दबाव में काम कर रहे हैं। यह सब अनिरुद्धाचार्य जी के प्रभाव के कारण हो रहा है।” परिवार का कहना है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है और वे अपने मरीज की जान को लेकर चिंतित हैं।

पुलिस कार्रवाई और उठते सवाल

पीड़ित परिवार ने मांग की है कि “आवारा घूम रहे गुंडों” को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन पर कड़ी से कड़ी धाराएं (Strict Action) लगाई जाएं। पत्नी का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों पर बहुत ही हल्की धाराएं लगाई हैं, जिससे वे आसानी से छूट सकते हैं।

फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या पुलिस एक प्रसिद्ध कथावाचक के कर्मचारियों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई कर पाएगी? क्या गौरी गोपाल आश्रम के सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) खंगाले जाएंगे? यह घटना अब सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रही है और लोग अनिरुद्धाचार्य से जवाब मांग रहे हैं। अब देखना होगा कि ‘सेवा और धर्म’ की बात करने वाले अनिरुद्धाचार्य इस घटना पर क्या सफाई देते हैं और पुलिस प्रशासन पीड़ित दुकानदार को कब तक न्याय दिला पाता है।

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