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Join NowIAS Tapasya Parihar: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है, जिसमें हर साल देश भर के लाखों युवा अपना भाग्य आजमाते हैं। यह एक ऐसी परीक्षा है जिसमें चयन प्रक्रिया के हर चरण—प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू—के बाद अभ्यर्थियों की संख्या छंटती जाती है और अंत में केवल कुछ सौ उम्मीदवार ही सफल हो पाते हैं। इस कठिन सफर में सफलता उन्हीं को मिलती है जो एक ठोस योजना और दृढ़ संकल्प के साथ तैयारी करते हैं।
इन्हीं सफल उम्मीदवारों में से एक हैं आईएएस तपस्या परिहार (IAS Tapasya Parihar), जिन्होंने न केवल अपने दूसरे प्रयास में यह परीक्षा पास की, बल्कि अपनी शादी में एक साहसिक कदम उठाकर पूरे देश के लिए एक मिसाल भी कायम की।
एक किसान की बेटी का IAS बनने का सफर
आईएएस तपस्या परिहार का संबंध मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के एक छोटे से गांव जोवा से है। वह एक साधारण किसान परिवार से आती हैं, और उनके पिता आज भी खेती करते हैं। पहले प्रयास में असफलता हाथ लगने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में बिना किसी कोचिंग की मदद से सेल्फ-स्टडी के दम पर यूपीएससी की परीक्षा क्रैक कर दिखाई। उनकी शादी आईएफएस (IFS) अधिकारी गर्वित गंगवार से हुई है।
UPSC में हासिल की 23वीं रैंक
तपस्या परिहार ने साल 2016 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में यह सफलता हासिल की। दिलचस्प बात यह है कि अपने पहले प्रयास के लिए उन्होंने कोचिंग का सहारा लिया था, लेकिन फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिली। इस असफलता से उन्होंने सीखा, अपनी गलतियों को सुधारा और अपनी रणनीति में बदलाव किया। दूसरे प्रयास में उन्होंने सेल्फ-स्टडी को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया और पूरे देश में 23वीं रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया। वह 2017 बैच की मध्य प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी हैं।
कैसी रही तपस्या की पढ़ाई?
तपस्या ने अपनी शुरुआती स्कूली शिक्षा अपने गृहनगर नरसिंहपुर के केंद्रीय विद्यालय से पूरी की है। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने कानून के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का फैसला किया और पुणे के प्रतिष्ठित इंडिया लॉ सोसाइटी (ILS) लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की। लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही उन्होंने पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने अपनी तैयारी के लिए खुद नोट्स बनाए, हर विषय पर गहरी पकड़ बनाई और महीनों की अनुशासित सेल्फ-स्टडी के बाद यह असाधारण सफलता प्राप्त की।
जब अपनी ही शादी में एक रस्म के खिलाफ उठाई आवाज
दिसंबर 2021 में जब आईएएस तपस्या परिहार ने आईएफएस अधिकारी गर्वित गंगवार से शादी की, तो उनकी शादी एक खास वजह से पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। उन्होंने अपनी शादी में ‘कन्यादान’ की रस्म में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया था। कन्यादान एक पारंपरिक हिंदू विवाह अनुष्ठान है, जिसमें दुल्हन का पिता अपनी बेटी का हाथ दूल्हे के हाथ में सौंपता है, जिसे एक ‘दान’ के रूप में देखा जाता है।
शादी के दौरान, तपस्या ने अपने पिता से कहा कि, “मैं कोई दान की वस्तु नहीं हूं, मैं आपकी बेटी हूं।” उनके इस साहसिक कदम का उनके पति और परिवार दोनों ने सम्मान किया और बिना कन्यादान की रस्म के ही उनकी शादी संपन्न हुई। उनके इस विचार ने समाज में एक नई बहस छेड़ दी और उन्हें एक प्रेरणास्रोत के रूप में देखा गया।