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Join NowHimalayan treks: सितंबर का महीना हिमालय में ट्रेकिंग के लिए किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं होता। मानसून की बारिश के बाद प्रकृति अपने सबसे खूबसूरत रूप में होती है, चारों तरफ हरियाली की चादर बिछी होती है, और आसमान kristall जैसा साफ होता है। हवा में एक नई ताजगी होती है और पहाड़ों के दूर-दूर तक के नज़ारे दिल को मोह लेते हैं। यह वह समय है जब हिमालय अपनी पूरी शान के साथ आपका स्वागत करता है। अगर आप 2025 में किसी साहसिक यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो ये नौ अद्भुत हिमालयी ट्रेक आपके लिए ही हैं, जो आपको प्रकृति के सबसे करीब ले जाएँगे।
1. बुरान घाटी ट्रेक (हिमाचल प्रदेश)
अगर आप एक ही ट्रेक में रोमांच, सौंदर्य और चुनौती का अनुभव करना चाहते हैं, तो बुरान घाटी आपके लिए सबसे उत्तम विकल्प है। हिमाचल प्रदेश की गोद में स्थित यह हाई-एल्टीट्यूड ट्रेक घने देवदार के जंगलों से शुरू होता है, फिर आपको फूलों से लदी घास के मैदानों (बुग्यालों) तक ले जाता है, और आगे बढ़ते हुए आपको ग्लेशियर पार करने का रोमांचक अवसर भी देता है। इस ट्रेक का सबसे बड़ा आकर्षण 15,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित बुरान दर्रा है, जहाँ से धौलाधार रेंज का 360-डिग्री मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यहाँ से रस्सी के सहारे नीचे उतरना एक ऐसा अनुभव है, जिसे आप जीवन भर नहीं भूल पाएँगे। सितंबर में यहाँ का मौसम ट्रेकिंग के लिए एकदम सही होता है।
2. भृगु लेक ट्रेक (हिमाचल प्रदेश)
मनाली के पास स्थित यह ट्रेक उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो ट्रेकिंग की दुनिया में अपना पहला कदम रख रहे हैं। यह एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत ट्रेक है जो आपको लगभग 14,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित पवित्र भृगु झील तक ले जाता है। इस झील की खासियत यह है कि यह साल भर अपना रंग बदलती रहती है। सितंबर में मानसून के बाद, झील के आसपास की हरियाली और शांति मन को सुकून देती है। साफ मौसम में झील का पानी नीले आसमान का आईना बन जाता है, जिसमें बादलों की परछाई तैरती हुई दिखाई देती है।
3. मियार वैली ट्रेक (लाहौल, हिमाचल प्रदेश)
यदि आप भीड़-भाड़ से दूर किसी शांत और अनछुई जगह की तलाश में हैं, तो मियार वैली आपके लिए ही है। इसे ‘हिमाचल की फूलों की घाटी’ भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ दूर-दूर तक जंगली फूलों की चादर बिछी होती है। यह घाटी अपनी विशाल खुली जगहों, ग्लेशियर से निकलने वाली चांदी जैसी नदियों और रंग-बिरंगे फूलों के लिए प्रसिद्ध है। सितंबर में यहाँ की खूबसूरती चरम पर होती है, और यह ट्रेक उन लोगों के लिए आदर्श है जो प्रकृति के साथ अकेले में समय बिताना चाहते हैं।
4. दयारा बुग्याल ट्रेक (उत्तराखंड)
दयारा बुग्याल को भारत के सबसे खूबसूरत घास के मैदानों में से एक माना जाता है, और यह ट्रेक نسبتاً آسان भी है। सितंबर में मानसून के बाद यहाँ की हरी-भरी घास पर सुनहरी धूप की चमक इसे एक जादुई जगह बना देती है। साफ दिनों में, आप यहाँ से बंदरपूंछ और ब्लैक पीक जैसी हिमालय की चोटियों के शानदार दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। यह ट्रेक परिवारों और शुरुआती ट्रेकर्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
5. रंथम खर्क ट्रेक (उत्तराखंड)
यह बागेश्वर के पास छिपा हुआ एक अनमोल रत्न है, जो बहुत कम लोगों की नज़रों में आया है। यह रास्ता आपको अल्पाइन घास के मैदानों, प्राचीन घने जंगलों और शांत कैंपसाइट्स से होकर ले जाता है। ट्रेकिंग के दौरान आपको नंदा कोट और हिमालय की अन्य ऊँची चोटियों के अद्भुत नज़ारे देखने को मिलते हैं। जो लोग लीक से हटकर कुछ नया अनुभव करना चाहते हैं, उनके लिए यह ट्रेक एक शानदार अवसर है।
6. रूपिन पास ट्रेक (हिमाचल-उत्तराखंड सीमा)
यह भारत के सबसे रोमांचक और नाटकीय क्रॉस-कंट्री ट्रेकों में से एक है। यह ट्रेक आपको लटकते हुए गाँवों, बर्फ के पुलों (स्नो ब्रिज) और सैकड़ों झरनों के बीच से ले जाता है। हर कदम पर एक नया और आश्चर्यजनक दृश्य आपका इंतजार कर रहा होता है। इस ट्रेक का शिखर बिंदु 15,250 फीट ऊँचा रूपिन दर्रा है, जहाँ से मिलने वाले नज़ारे अविस्मरणीय होते हैं। मानसून के बाद की हरियाली इस ट्रेक की सुंदरता में चार चाँद लगा देती है।
7. हम्पटा पास ट्रेक (हिमाचल प्रदेश)
यह ट्रेक दो अलग-अलग दुनियाओं को जोड़ता है – एक तरफ कुल्लू की हरी-भरी घाटी और दूसरी तरफ स्पीति का ठंडा, रेगिस्तानी परिदृश्य। सितंबर का महीना इस ट्रेक के लिए एकदम सही है क्योंकि बारिश के बाद पूरी घाटी खिले हुए फूलों से भर जाती है और 14,000 फीट ऊँचे हम्पटा दर्रे को पार करने के लिए मौसम भी स्थिर रहता है। इस ट्रेक में आपको हरे-भरे घास के मैदानों से लेकर बंजर पहाड़ों तक का अनुभव मिलता है।
8. फूलों की घाटी ट्रेक (उत्तराखंड)
यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है, और इसका नाम ही इसकी सुंदरता का प्रमाण है। सितंबर के मध्य तक यह पूरी घाटी अनगिनत प्रजातियों के खिले हुए फूलों से गुलजार रहती है। यह ट्रेक बहुत कठिन नहीं है और प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है, जहाँ चारों ओर सिर्फ रंग और शांति का साम्राज्य होता है।
9. फुलारा रिज ट्रेक (उत्तराखंड)
फुलारा भारत के कुछ चुनिंदा रिज ट्रेक्स (पहाड़ी के शिखर पर चलने वाले ट्रेक) में से एक है, जहाँ आपको रिज पर चलते हुए पहाड़ों का 360-डिग्री नज़ारा मिलता है। आप अपने दोनों ओर घाटियों और सामने हिमालय की चोटियों को देख सकते हैं। सितंबर का साफ आसमान और ठंडी हवा इस अनोखे रास्ते पर चलने के अनुभव को और भी खास बना देती है।
सितंबर वह महीना है जब हिमालय अपनी बाहें फैलाकर आपका स्वागत करता है। साफ रास्ते, प्रकृति के गहरे रंग, और पहाड़ों की ताज़ी हवा के साथ, ये नौ ट्रेक आपको शांतिपूर्ण घास के मैदानों से लेकर रोमांचक पहाड़ी दर्रों तक, हर तरह का अनुभव प्रदान करते हैं। तो अपना बैग पैक करें और 2025 में एक अविस्मरणीय यात्रा के लिए तैयार हो जाएँ।