Viral 18

क्यों कीबोर्ड में लाईन से नहीं लगी होती ABCD 

 

 

डेस्क। Why keyboard is not arranged alphabetically: पीसी और लैपटॉप पर कुछ भी लिखने के लिए आपको कीबोर्ड की ज़रूरत पड़ती है। जिसने कीबोर्ड इस्तेमाल किया है वह तो इसके बारे में ठीक से समझता है कि इसपर कौन सी कीज़ (keys) कहां होती है।

हालांकि जिसने कीबोर्ड नहीं यूज़ किया है वह भी जानता है कि इसपर दिए गए कीज़ एक ऑर्डर में नहीं होते, उदाहरण के तौर पर कहा जाए तो कीबोर्ड पर कीज़ A,B,C,D ऑर्डर में नहीं होती हैं। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है?

अगर आपको नहीं पता है तो आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है। कंप्यूटर कीबोर्ड पर कीज़ अल्फाबेट ऑर्डर में न होने का कारण कीबोर्ड को डिज़ाइन करने का तरीका होता है। आज जो हम कीबोर्ड लेआउट का इस्तेमाल कर रहे हैं उसे QWERTY लेआउट कहते हैं, और इसे 1870 में क्रिएट भी किया गया था।

QWERTY लेआउट को तेजी से टाइप करते समय टाइपराइटर की कीज़ को अटकने से रोकने के लिए डिज़ाइन भी किया गया था। कीबोर्ड पर अक्षरों को इस तरह से रखा गया था कि सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली कीज़ एक-दूसरे से अलग रहें, और टाइपिंग करते हुए वे एक साथ जाम भी न हो जाए।

जब कंप्यूटर कीबोर्ड बनाया गया तो वही QWERTY लेआउट रखा गया, क्योंकि लोग पहले से ही इसे समझते थे और इसके अलावा, कंप्यूटर कीबोर्ड में टाइपराइटर के मुकाबले कई और कीज़ जोड़ी भी गईं हैं, जिनमें फंक्शन कीज़, ऐरो कीज़ और नंबर कीज़ शामिल हैं।

कीज़ का लेआउट लोगों के लिए इन सभी कीज़ तक एक्सेस को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन भी किया गया था और आपको जानकारी के लिए बता दें कि QWERTY लेआउट एकमात्र कीबोर्ड लेआउट नहीं है। कई दूसरे कीबोर्ड लेआउट हैं जो पिछले कुछ सालों में बनाए गए हैं, जैसे Dvorak Simplified कीबोर्ड और Colemak लेआउट भी।

ये लेआउट QWERTY लेआउट की तुलना में ज्यादा आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, लेकिन इन्हें व्यापक रूप से अपनाया ही नहीं गया है।

QWERTY लेआउट टाइपराइटर पर keys के जैमिंग को रोकने के लिए बनाया गया था ताकि कोई भी शब्द लिखने के लिए कीज़ को अलग-अलग जगह से प्रेस किया जा सके और दोनों हाथों का बराबर से यूज भी किया जा सके।

Related Posts

1 of 190