डेस्क। इस बार मानसून के मौसम का भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है और लखनऊ मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, आने वाले दो दिनों में बारिश सीमित होने की खबरों के बावजूद जल्द ही शांति की भविष्यवाणी करने वाले कोई संकेत भी नहीं हैं।
बीते दिनों हल्की बारिश से उरई, शाहजहाँपुर, नजीबाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ या अलीगढ समेत नाम मात्र के क्षेत्र प्रभावित हुए।
बारिश से जहां लोगो गर्मी से निजात मिली वही रुक रुक कर हो रही बारिश और बीच बीच में निकल रही धुप से उमस भी बढ़ गई है जिससे लोगों काफी परेशान नज़ार आए।
इसके साथ ही बारिश की बात करें तो उरई में काफ़ी मात्रा में बारिश हुई, जो मुज़फ़्फ़रनगर के 11.6 मिमी के औसत के साथ 20.3 मिमी मापी भी गई, इसके बाद नजीबाबाद में मुज़फ़्फ़रनगर की तुलना में 2 मिमी के कम औसत के साथ बारिश भी हुई, जबकि अन्य में कम बारिश हुई, जहाँ शाहजहाँपुर में औसत बारिश हुई और मेरठ 1 मिमी सूची में अंतिम स्थान पर रहा।
पूरे राज्य में बादलों की आवाजाही देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप कुछ स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी भी हुई है।
पूरे उत्तर प्रदेश में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है और दर्ज किए गए तापमान में, बस्ती में सबसे अधिक 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लखनऊ में अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच गया। 29 जून से लखनऊ सहित पूरे राज्य में भारी मानसूनी बारिश होने की उम्मीद लगाई गई है।