डेस्क । वायरल दावा: भारत में गर्भनिरोधकों की कमी होने वाली है ऐसी कई रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में किए गए ऐसे दावों को भ्रामक भी बताया जा रहा है। यह दावा किया जा रहा है कि सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में कंडोम उपलब्ध हैं।
यह भी कहा जाने लगा था कि कमी के चलते राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम काफी प्रभावित हो सकता है। इसके पीछे की बड़ी वजह सेंट्रल मेडिकल सर्विसेज सोसाइटी यानी CMSS की तरफ से गर्भनिरोधकों की खरीदी नहीं होना बताया जा रहा था।
इंडिया टुडे ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बताया है कि, ऐसी रिपोर्ट्स भ्रामक जानकारियां साझा कर रही है। CMSS ने मई 2023 में ही परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए 5.88 करोड़ कंडोम की खरीदी की हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कंडोम का मौजूदा स्टॉक परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए पर्याप्त है। और इसकी खास बात है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत काम करने वाली CMSS राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम और एड्स कंट्रोल के लिए कंडोम की खरीदती है।
वायरल दावा: NACO को मेसर्स एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड की ओर से 75 फीसदी की मुफ्त सप्लाई मिल रही है। साथ ही साल 2023-34 क लिए बचे हुए 25 फीसदी की आपूर्ति ताजा मंजूरी के आधार पर CMSS के जरिए की जानी है। अब तक ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है जहां पर CMSS की तरफ से खरीद में देरी के चलते काफी कमी हुई हो।
ऐसी खबर है कि CMSS ने पहले ही मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अलग-अलग वैरायटी के कंडोम की खरीदी के लिए टेंडर जारी भी कर दिए गए हैं। यह प्रक्रिया अपने अंतिम दौर पर है। रिपोर्ट के अनुसार, यह स्पष्ट भी किया गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय मामले पर बारीकी से निगरानी कर रहे है। साथ ही टेंडर की प्रक्रिया और दवाओं के साथ मेडकिल से जुड़े सामग्री की खरीद पर भी नजर रखी जा रही है।