SEO का नया बाप: AEO!

Published On: May 31, 2025
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SEO का नया बाप: AEO!
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AEO (आंसर इंजन ऑप्टिमाइजेशन) क्या है और यह SEO से कैसे अलग है? जानें पूरी जानकारी!

आजकल एक नई चर्चा जोरों पर है – AEO (एईओ) यानी आंसर इंजन ऑप्टिमाइजेशन (Answer Engine Optimization) एसईओ (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन) की जगह ले रहा है। कुछ लोग कह रहे हैं कि AEO एसईओ का नया रूप है (AEO is the new SEO), तो कुछ का मानना है कि एसईओ को AEO ने रिप्लेस कर दिया है (SEO is replaced by AEO)। ये दोनों ही बातें अपनी-अपनी जगह सही हैं। इस वीडियो में, हम विस्तार से समझेंगे कि आखिर यह AEO है क्या (What is AEO) और यह आपके ऑनलाइन कंटेंट के लिए क्यों इतना महत्वपूर्ण हो गया है।

SEO का नया बाप: AEO!

AEO (आंसर इंजन ऑप्टिमाइजेशन) को समझना:

आज के डिजिटल युग में, जब कोई यूजर गूगल (Google), चैटजीपीटी (ChatGPT), सिरी (Siri), या एलेक्सा (Alexa) जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करता है, तो वह सिर्फ लिंक्स की एक सूची नहीं चाहता, बल्कि वह अपने सवालों का सीधा, सटीक और विस्तृत जवाब (direct, precise, and detailed answer) चाहता है। यूजर्स अब प्राकृतिक भाषा में प्रश्न (questions in natural language) पूछते हैं और बदले में उन्हें उसी सहज भाषा में उत्तर चाहिए होता है। यहीं पर आंसर इंजन ऑप्टिमाइजेशन की भूमिका शुरू होती है।

AEO का मुख्य उद्देश्य है आपके कंटेंट को इस तरह से ऑप्टिमाइज करना कि वह इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पावर्ड आंसर इंजनों (AI-powered answer engines) और सर्च इंजनों द्वारा यूजर्स के सवालों के सीधे जवाब के तौर पर प्रस्तुत किया जा सके। यदि आपकी वेबसाइट का कंटेंट यूजर्स के सामान्य प्रश्नों का उत्तर (answer common user questions) सीधे तौर पर नहीं दे पा रहा है, तो इसका मतलब है कि आपका पारंपरिक एसईओ शायद अब उतना प्रभावी नहीं रहा, और आपको AEO पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है

पारंपरिक SEO से AEO कैसे अलग है?

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) (Search Engine Optimization) का फोकस आमतौर पर वेबसाइट को सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) पर टॉप रैंकिंग दिलाने पर होता है, ताकि यूजर्स आपकी वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करें। इसमें कीवर्ड रिसर्च, ऑन-पेज ऑप्टिमाइजेशन, लिंक बिल्डिंग जैसी गतिविधियां शामिल होती हैं।

दूसरी ओर, आंसर इंजन ऑप्टिमाइजेशन (AEO) सिर्फ कीवर्ड स्टफिंग (keyword stuffing) या वेबसाइट रैंकिंग तक सीमित नहीं है। AEO का लक्ष्य है आपके कंटेंट को उच्च-गुणवत्ता वाला, जानकारीपूर्ण, और आसानी से समझने योग्य (high-quality, informative, and easily understandable) बनाना ताकि AI इंजन उसे यूजर के प्रश्न के सर्वोत्तम उत्तर के रूप में पहचान सकें। इसमें शामिल है:

  1. यूजर्स के प्रश्नों का सीधा जवाब देना: अपने कंटेंट में उन सामान्य प्रश्नों के उत्तर शामिल करें जो आपकी ऑडियंस अक्सर पूछती है। कन्वर्सेशनल कीवर्ड्स (conversational keywords) और प्रश्न-आधारित कीवर्ड्स (question-based keywords) का उपयोग करें। इसके लिए आप ब्लॉग्स, FAQ पेज्स (FAQ pages), और नॉलेज बेस कंटेंट (knowledge base content) बना सकते हैं।

  2. स्कीमा मार्कअप (Schema Markup) लागू करना: अपनी वेबसाइट पर स्ट्रक्चर्ड डेटा (structured data) यानी स्कीमा मार्कअप, विशेष रूप से FAQ स्कीमा (FAQ schema) और हाउ-टू स्कीमा (How-To schema) को लागू करें। इससे सर्च इंजन और AI एजेंट्स को आपके कंटेंट का संदर्भ समझने और उसे बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने में मदद मिलती है, जिससे बेहतर विजिबिलिटी (better visibility) मिलती है।

  3. E-E-A-T सिद्धांतों का पालन करना: अपने कंटेंट में एक्सपीरियंस (Experience), एक्सपर्टीज (Expertise), अथॉरिटेटिवनेस (Authoritativeness), और ट्रस्टवर्दीनेस (Trustworthiness) यानी अनुभव, विशेषज्ञता, आधिकारिकता और विश्वसनीयता को प्रदर्शित करें। वास्तविक अंतर्दृष्टि साझा करें, विषय का ज्ञान दिखाएं, विश्वसनीयता बनाएं और सटीकता व सुरक्षा सुनिश्चित करें। अगर आप सिर्फ AI-जनरेटेड कंटेंट का उपयोग कर रहे हैं, तो शायद आप अपनी टारगेट ऑडियंस तक उस तरह से नहीं पहुँच पाएंगे जैसा आप चाहते हैं। मूल, अनुभवी और उच्च-मूल्य वाला कंटेंट (high-value content) बनाएं।

समय के साथ, जैसे-जैसे सर्च टेक्नोलॉजी और यूजर बिहेवियर बदल रहा है, हमें भी अपनी कंटेंट स्ट्रेटेजी को बदलना होगा। AEO भविष्य है, और अपनी वेबसाइट को AI-फ्रेंडली बनाने (making your website AI-friendly) के लिए यह समझना और लागू करना आवश्यक है। पारंपरिक एसईओ के मूल सिद्धांतों को समझे बिना AEO में महारत हासिल करना मुश्किल होगा, इसलिए दोनों को साथ लेकर चलना महत्वपूर्ण है।

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