डेस्क । कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू को पिंक आई भी बोला जाता है क्योंकि इसमें आंखें गुलाबी होकर सूजने लगती हैं और दर्द के साथ आंसू आने लगते हैं। असल में आई फ्लू एक पारदर्शी झिल्ली जो पलकों और आई बॉल को घेरती है और संक्रमित रक्त वाहिकाएं भी सूज जाती हैं, जिससे आंख का सफेद भाग गुलाबी या लाल दिखाई देने लग जाता है।
आई फ्लू वायरस संक्रमण बेहद संक्रामक होते हैं और ये तेजी से फैलते हैं, खासकर बच्चों में और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ये बहुत तेज़ी से फैलता हैं इस लेख में हम कुछ प्रभावी घरेलू उपचारों के बारे में बताएंगे जो आई फ्लू को घर बैठे ही ठीक कर देते हैं।
कैसे जानें कि आपको कंजंक्टिवाइटिस है या नहीं?
चूंकि मानसून पिंक आई या आई फ्लू का चरम मौसम माना जाता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आपको इस मौसम में संक्रमण से बचने के लिए विशेष ऐतिहात बरतने चहिए ।आई फ्लू संक्रमित के संपर्क में आने से भी आप इसके शिकार हो सकते हैं क्योंकि ये बहुत तेजी से एक से दूसरे में फैलता है और इन लक्षणों को पहचाना कि आप आई फ्लू संक्रमित हैं या नहीं।
आई फ्लू के 9 लक्षण
आंखों का सफेद भाग गुलाबी या लाल होना
कंजंक्टिवा या पलकों पर सूजन
आंसू का गिरना
पलकों का पपड़ीदार होना
खुजली
चुभन
लाइट से दिक्कत होना
पलकों में सूजन और दर्द
कुछ लोगों को धुंधली दृष्टि भी हो सकती है
आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस से कैसे करें खुद का बचाव?
यह अत्यधिक संक्रामक होता है, इसलिए संक्रमित लोगों से दूर ही रहें।
अपने चेहरे और आंखों को छूने से बचें।
जलन को दूर रखने के लिए अपनी आंखों पर गर्म या ठंडा सेक जरूर करें।
गर्म सेक के लिए नमक वाले पानी का यूज करने से आराम मिलता है।
आर्टिफिशिय टियर या आई ल्यूब्रिकेंट का यूज भी करें।
महत्वपूर्ण नोट: अगर आई फ्लू ज्यादा गंभीर है तो डॉक्टर से पूछ कर ही किसी दवा को आंख में डालें और कोई एंटी बैक्टिरयल या एंटीबायोटिक्स बिलकुल भी न लें।