धर्मराज्य

Akshaya Tritiya 2024: इस साल नहीं बन रहा ये शुभ योग

 

डेस्क। Akshaya Tritiya 2024: हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ‘अक्षय तृतीया’ का पावन पर्व मनाया जाता है और इस दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी के साथ ही कुबेर महाराज की पूजा करना अत्यंत ही शुभ है। 

Akshaya Tritiya 2024: हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ‘अक्षय तृतीया’ का पावन पर्व मनाया जाता है वहीं इस दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी के साथ कुबेर महाराज की पूजा करना अत्यंत ही शुभ होता है। 

विधिनुसार मां की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है। वहीं इस वर्ष अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जाएगी और इस बार अक्षय तृतीया पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है, जिसमें गजकेसरी राजयोग का नाम भी है। 

Lok Sabha Election: आज पीएम मोदी तेलंगाना में, जानिए पूरा शेड्यूल 

ज्योतिष शास्त्र में गजकेसरी योग को बहुत ही शुभ बताया जाता है। इस दिन सोने-चांदी की खरीदारी करने से जीवन में खुशियां भी आती है और व्यक्ति के धन में भी वृद्धि होती है। 

NEET Question Paper 2024: लीक की खबरों का एनटीए ने किया खंडन 

आपको बता दें, अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना गया है। इसका अर्थ है कि इस दिन आप बिना मुहूर्त विचार के कोई भी शुभ मांगलिक कार्य कर सकते हैं। वहीं करीब 23 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब इस दिन विवाह का मुहूर्त नहीं बन रहा है। दरअसल, इस वर्ष अक्षय तृतीया पर शुक्र और गुरु का तारा अस्त होने से इस दिन विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं बनने वाला। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस बार विवाह का मुहूर्त आखिर कब बनेगा ?  

जानिए क्यों नहीं बन रहा विवाह योग

Arvind kejriwal News: कोर्ट ने पूछे ये सवाल 

अक्षय तृतीया हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह दिन हर व्यक्ति के जीवन में सफलता को लेकर आता है। वहीं इस वर्ष वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 07 मई से ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 31 मई तक गुरु ग्रह का तारा अस्त रहने वाला है। तो वहीं, 25 अप्रैल से लेकर 5 जुलाई तक शुक्र का तारा अस्त रहने वाला है जिस कारण से इस अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर गुरु-शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह का मुहूर्त नहीं बनेगा। हालांकि, इस दिन को महामुहूर्त माने जाने की वजह से शुभ संस्कार संपन्न भी किए जा सकते हैं।

जानिए विवाह का मुहूर्त

इस वर्ष मई, जून में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। हालांकि, जुलाई के महीने में 9 तारीख 11, 12, 13, 14 और 15 तारीख को विवाह के लिए शुभ योग बन रहा है। माना जा रहा है कि इसके बाद 17 जुलाई से चातुर्मास की शुरुआत हो जाएगी, जो 12 नवंबर 2024 में समाप्त होगा।

Gujarat Lok Sabha Election 2024 Voting: आज गुजरात करेगा इतने केंद्रीय मंत्रियों का फैसला

ऐसा मान्यता है कि अक्षय तृतीया तिथि के दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान श्री परशुराम जी की जयंती भी होती है। साथ ही इस दिन सतयुग और त्रेतायुग का प्रारंभ हुआ था और आपको बता दें, अक्षय तृतीया पर ही महाभारत के युद्ध का समापन भी हुआ था। 

Related Posts

1 of 945