डेस्क। साउथ फिल्म इंडस्ट्री की सुपरहिट फिल्म RRR ने अपने हिट सॉन्ग ‘नाटू-नाटू’ से ऑस्कर जीतकर दुनियाभर में तहलका भी मचा दिया है। इसी के साथ देश में तो जैसे जश्न का माहौल बना हुआ है। आरआरआर फिल्म के गाने ‘नाटू-नाटू’ को सर्वश्रेष्ठ ओरिजनल सान्ग श्रेणी में ऑस्कर अवार्ड दिया गया है। पहले इस गाने को गोल्डन ग्लोब से नवाजा गया था और अब ऑस्कर अवार्ड मिलना ये बताता है कि भारतीय संगीत और फिल्मों का डंका पूरी दुनिया में बजना जारी है। इस सान्ग का अब मध्यप्रदेश कनेक्शन भी सामने आया है और इस नाटू शब्द से जुड़ा छिंदवाड़ा में एक गीत भी बनाया गया है।
जानिए क्या है छिंदवाड़ा नाटू-नाटू सॉन्ग का अर्थ:
नाटू-नाटू सॉन्ग को ओरिजिनल कैटेगरी में ऑस्कर अवार्ड मिला है और इस शब्द से जुड़े एक और गीत बनाया गया है जिसका छिंदवाड़ा कनेक्शन भी है। दरअसल, छिंदवाड़ा के रहने वाले बादल भारद्वाज ने नाटू-नाटू भजन को गाया है जिसे यहीं फिल्माया भी गया है।लेकिन ऑस्कर में जिस नाटू शब्द का जिक्र हुआ है उसका मतलब ‘नाचो’ होता है और छिंदवाड़ा के गीत में जो नाटू शब्द का प्रयोग किया गया है उसका अर्थ ‘बौना’ होता है।
हनुमान जी के लिए गाया गया नाटू-नाटू गीत:
गायक बादल भारद्वाज ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि नाटू-नाटू गीत उन्होंने छिंदवाड़ा में फिल्माया है। उन्होंने इस गीत को हनुमान जी पर लिखा है और जब माता सीता की खोज में हनुमान जी लंका जा रहे थे तो उस समय सुरसा नाम की राक्षसी ने उन्हें निगलने की कोशिश की थी और तब हनुमान जी ने राक्षसी से बचने के लिए छोटा रूप धारण कर लिया था। इसी पर लिखा गया है ये नाटू गीत है। हनुमान जी ने जब छोटा कद धारण कर लिया था इसी पर बादल भारद्वाज ने उनकी स्थिति को दर्शाते हुए नाटू-नाटू कहकर फिल्माया है।
सान्ग को ऑस्कर मिलने की खुशी:
भारत की झोली में ऑस्कर अवॉर्ड आने पर छिंदवाड़ा के युवा गायक बादल भारद्वाज ने भी खुशी जाहिर की है। उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा है कि नाटू-नाटू सॉन्ग ने दुनिया में धूम मचाई है। साथ ही उन्होंने भी भगवान हनुमान जी के लिए नाटू नाटू शब्द का प्रयोग किया है उन्हें खुशी है कि ये शब्द अब दुनिया में धूम मचा रहा है।