डेस्क। JDU नेता ग़ुलाम रसूल बालियावी (Gulam Rasool Balyawi) ने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री को पाकिस्तानी आतंकियों (Pakistani Terrorist) से निपटने में आपको डर लग रहा है तो फ़ौज (Indian Army) में सिर्फ़ 30 परसेंट मुसलमानों (Muslims) के बच्चों को ही जगह दे दीजिये।
साथ ही रसूल ने कहा है कि जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को आँखें दिखा रहा था तब कोई नागपुर से कोई बाबा जवाब देने भी नहीं आए थे वो मुसलमान का बेटा एपीजे अब्दुल कलाम ने जवाब दिया था। साथ ही रसूल ने योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) पर भी विवादित बयान दिया और कहा है कि वो भारतीय नही है उनका लश्कर-ए-तैयबा से संबंध है।
जानिए और क्या कहा रसूल ने
रसूल ने कहा, ‘और प्रधानमंत्री से भी कह रहा हूं… लोहे को लोहा ही काटता है, लोहे को गाजर नहीं काटता है। अगर पाकिस्तान के आतंकियों से निपटने में आपको डर भी लगता है ना तो फौज में सिर्फ 30 फीसदी जगह मुसलमान के बच्चों को दीजिए।
साथ ही ‘गुलाम रसूल के बयान पर बीजेपी ने पलटवार भी किया है। साथ ही बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद का इस मामले पर रहना है कि गुलाम रसूल एक तरफ वो हिंदू धर्म का मजाक भी उड़ा रहे हैं सरी तरफ वो भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल भी उठा रहे हैं, और वो इसकी आलोचना भी करते हैं। वहीं इस बयान की निंदा करता हूं और नीतीश कुमार को उनके बयान पर गौर करने की जरूरत है।
पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने नवादा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बाबा रामदेव भारतीय नहीं हैं और पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से उनका कनेक्शन भी है, जिसकी जांच होनी चाहिए। इतना ही नहीं रसूल ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र बनाने की बात पर कहा कि पता नहीं वह कौन है और क्या है? उनके बारे में नहीं जानते.. इस तरह के बहरूपिया की जगह हमारे देश में तो बिल्कुल भी नहीं है।