डेस्क। Ghamandiya Files: भाजपा ने विपक्षी दलों के ‘INDIA’ गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों पर प्रहार करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ‘Ghamandiya Files’ की एक नई सीरीज शुरू करी है।
इस सीरीज के तहत भाजपा ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तीसरा एपिसोड भी जारी किया है। 1990 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के आदेश पर निहत्थे कारसेवकों पर अंधाधुंध गोलियां चलवाने का आरोप लगाते हुए विपक्षी ‘INDIA’ गठबंधन में शामिल दलों से सवाल पूछा है कि क्या आज समाजवादी पार्टी या गठबंधन का कोई भी दल इस बात का जवाब देगा कि सपा सरकार के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने निहत्थे कारसेवकों पर आखिर गोलियां क्यों चलवाई थी?
जानिए क्या ‘मुलायम के आदेश पर पुलिस ने चलाई थी अंधाधुंध गोलियां’
भाजपा ने तीसरे एपिसोड का वीडियो रिलीज करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लिखा है कि, “घमंडिया फाइल्स के तीसरे एपिसोड में देखिए…1990 में राम कार्य के लिए अयोध्या जा रहे निहत्थे कारसेवकों पर समाजवादी पार्टी के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने आदेश देकर पुलिस से अंधाधुंध गोलियां चलवाई थीं।
Ghamandiya files: बयानों का जिक्र करते हुए लगाया ये गंभीर आरोप
‘घमंडिया फाइल्स’ सीरीज के तीसरे एपिसोड में भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 4 मिनट और 7 सेकंड का वीडियो शेयर किया है। इसमें राम मंदिर आंदोलन के दौरान उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बयानों का जिक्र करते हुए गंभीर आरोप लगाया गया है। आरोप यह है कि अयोध्या में निहत्थे कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश लखनऊ में बैठे मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने दिया था।
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वीडियो में ये भी कहा गया है कि 48 घंटे के अंदर मुलायम सिंह यादव के आदेश पर निहत्थे कारसेवकों पर दो बार गोलियां बरसाई गई थी। नियोजित तरीके से की गई गोलीबारी में किसी के सिर पर गोली मारी गई तो किसी के गर्दन पर गोली लगी। पर मुलायम सिंह यादव को इस घटना पर कभी भी अफसोस नहीं हुआ। क्योंकि जिस समाजवादी पार्टी का इतिहास राम भक्तों पर गोलियां चलवाने का रहा हो, आज वह घमंडिया गठबंधन के साथ भी है।