PM Modi Varanasi Visit : वाराणसी पहुंचते ही एक्शन मोड में PM मोदी! दहला देने वाले गैंगरेप कांड पर अधिकारियों की लगाई क्लास, दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

Published On: April 12, 2025
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PM Modi Varanasi Visit
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PM Modi Varanasi Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जैसे ही अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, उनका पहला फोकस बना शहर को शर्मसार करने वाला सामूहिक दुष्कर्म का मामला। हवाई अड्डे पर उतरते ही पीएम मोदी ने सीधे आला अधिकारियों से इस रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना की पूरी जानकारी ली और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, वाराणसी एयरपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री को उस खौफनाक घटना के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें एक 19 वर्षीय युवती के साथ कथित तौर पर छह दिनों के भीतर 23 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।

पीएम का सख्त रुख: ‘दोषियों को बख्शो मत!’

मामले की गंभीरता को समझते हुए पीएम मोदी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि इस वारदात में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा न जाए और उनके खिलाफ सबसे सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भी उचित कदम उठाने को कहा।

क्या है पूरा मामला?

यह दर्दनाक घटना वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर इलाके की है। आरोप है कि 19 साल की पीड़िता को नशीला पदार्थ देकर आरोपी उसे अलग-अलग होटलों में ले गए और छह दिनों तक उसके साथ दरिंदगी की। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक 23 में से 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) विदुश सक्सेना ने बताया कि पीड़ित युवती फिलहाल ठीक है और पुलिस लगातार उसके परिवार के संपर्क में है।

कैसे सामने आई हैवानियत?

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, युवती 29 मार्च को कुछ युवकों के साथ कहीं गई थी। जब वह घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने 4 अप्रैल को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जब युवती को बरामद किया, तो शुरुआत में उसने दुष्कर्म की बात नहीं बताई। बाद में, 6 अप्रैल को युवती के परिवार ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर 12 नामजद और 11 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

प्रधानमंत्री के सीधे हस्तक्षेप के बाद अब इस मामले में कार्रवाई और तेज होने की उम्मीद है, ताकि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिल सके और समाज में एक कड़ा संदेश जाए।


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