International Yoga Day 2025: समस्त विश्व में आज शनिवार को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 (International Yoga Day 2025) अत्यंत उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। योग, जो सदियों पुरानी भारतीय परंपरा और स्वास्थ्य दर्शन का प्रतीक है, ने एक बार फिर पूरी मानवता को एकजुट किया है। इस विशेष अवसर पर, भारत के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi Yoga Day) ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम (Visakhapatnam Yoga Event) में 3 लाख से अधिक लोगों और 40 से ज़्यादा देशों के राजनयिकों (Diplomats from 40 Countries) के साथ विशाल योग कार्यक्रम (Yoga Event) में भाग लिया, जो एक अभूतपूर्व दृश्य था। यह आयोजन ‘योग संगम’ (Yoga Sangam) से जुड़ा है, जिसके तहत देशभर के 1 लाख से ज़्यादा स्थानों पर योग सत्र (Yoga Sessions at 1 Lakh Locations) आयोजित हो रहे हैं, और इसमें 2 करोड़ से ज़्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, जिससे यह एक विशाल जन आंदोलन (Jan Andolan Yoga) बन गया है।
पीएम मोदी के संबोधन की 5 बड़ी बातें और योग का संदेश (PM Modi’s 5 Key Messages on Yoga):
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi’s Address on Yoga) ने अपने संबोधन में योग के गहरे अर्थ (Meaning of Yoga) और इसके वैश्विक प्रभाव (Global Impact of Yoga) को रेखांकित किया:
- ‘योग का अर्थ है जोड़ना, इसने पूरी दुनिया को जोड़ा’ (Yoga Means to Connect, it Connected the World): पीएम मोदी ने कहा कि योग का शाब्दिक अर्थ ही ‘जोड़ना’ है, और यह देखना सुखद है कि कैसे योग ने शारीरिक और मानसिक कल्याण (Physical and Mental Well-being) के माध्यम से पूरी दुनिया (Yoga Connected the World) को एक सूत्र में पिरोया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (United Nations Yoga Resolution) में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day Date – 21 June) के रूप में मान्यता दिए जाने के प्रस्ताव का भी जिक्र किया, जब 175 देशों (175 Countries Supported Yoga) ने कम से कम समय में इस प्रस्ताव का समर्थन किया। पीएम ने कहा, “आज की दुनिया में ऐसी एकता और ऐसा समर्थन सामान्य बात नहीं है। ये सिर्फ एक प्रस्ताव का समर्थन नहीं था, बल्कि मानवता के भले के लिए दुनिया का सामूहिक प्रयास था।”
- ‘तनाव और अस्थिरता में योग शांति दिखाता है’ (Yoga Shows Path to Peace Amidst Instability): प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आज जब दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता (Stress, Unrest, Instability in World) के दौर से गुजर रही है, तो योग शांति (Yoga for Peace) का रास्ता दिखाता है।
- ‘योग उस ‘पॉज बटन’ जैसा जिसकी दुनिया को जरूरत’ (Yoga is Like a ‘Pause Button’): पीएम मोदी ने योग को उस ‘पॉज बटन’ की संज्ञा दी, जिसकी आज इंसानियत को सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह हमें रुकने (Take a Pause), साँस लेने (Breathe Deep), संतुलन बनाने (Find Balance) और फिर से खुद को पूर्ण (Feel Whole Again) महसूस करने का मौका देता है।
- ‘मी टु वी’ का भाव भारत की आत्मा के साथ’ (Me to We Spirit is Soul of India): प्रधानमंत्री ने योग को केवल एक व्यक्तिगत अभ्यास (Personal Yoga Practice) न बनाकर, उसे वैश्विक साझेदारी (Global Partnership through Yoga) का माध्यम और लोकनीति (Yoga in Public Policy) का हिस्सा बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता।” पीएम मोदी ने ‘मी टु वी’ (Me to We Philosophy) के भाव को भारत की आत्मा (Soul of India) के साथ बताया, जिसका अर्थ है कि जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है, तभी पूरी मानवता (Welfare of Humanity) का हित होता है।
- ‘भारत में योग के प्रचार के लिए विज्ञान का साथ और हील इन इंडिया’ (Science with Yoga for Promotion and Heal in India): पीएम ने बताया कि भारत विश्व में योग (Global Spread of Yoga) के प्रसार के लिए इसके विज्ञान (Science of Yoga) को आधुनिक रिसर्च (Modern Yoga Research) से विस्तृत कर रहा है। उन्होंने प्रमाण आधारित थेरेपी (Evidence-based Therapy in Yoga) को बढ़ावा देने की बात कही, जिसमें दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS Yoga Research) ने सराहनीय काम किया है। एम्स के शोध में पाया गया है कि कार्डिएक (Cardiac Ailments), न्यूरोलॉजिकल संबंधी बीमारियों (Neurological Disorders), महिलाओं के स्वास्थ्य (Women’s Health) और मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के इलाज में योग की अहम भूमिका है। उन्होंने ‘हील इन इंडिया’ (Heal in India Mantra) के मंत्र को दुनिया में लोकप्रिय बताया, जिससे भारत वेलनेस डेस्टिनेशन (Wellness Destination India) बन रहा है। योग की इसमें बड़ी भूमिका है, जिसके लिए कॉमन प्रोटोकॉल (Common Protocol for Yoga) भी बनाए गए हैं और ई-आयुष वीजा (e-Ayush Visa) दिए जा रहे हैं।
देशभर और विदेशों में योग दिवस का उत्साह (Yoga Day Celebrations Across India and Abroad):
प्रधानमंत्री के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu Yoga) और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण (Pawan Kalyan Yoga) ने भी विशाखापत्तनम में योग किया। इस बार की योग की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग (Yoga for One Earth, One Health)‘ है, जो वैश्विक एकता और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करती है। यह थीम दर्शाती है कि धरती पर हर चीज़ का स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़ा है, और योग हमें प्रकृति से एकात्मता का एहसास कराता है।
पूरे देश और विदेश में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day Celebrations) भव्य रूप से मनाया गया:
- रिकॉर्ड और पहल (Records and Initiatives): आंध्र प्रदेश सरकार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record for Yoga) बनाने की तैयारी में है, जिसके तहत 50 लाख से ज़्यादा योग प्रमाणपत्र (Yoga Certificates) भी बांटे जाएंगे। राज्य सरकार ने ‘योग आंध्र अभियान’ (Yoga Andhra Abhiyan) शुरू किया है, जिसका मकसद 10 लाख लोगों का रोजाना योग करने वाला समुदाय बनाना है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चर रिलेशंस (ICCR) के मुताबिक, 191 देशों में 1,300 से ज़्यादा जगहों पर 2,000 से अधिक योग कार्यक्रम आयोजित हुए।
- गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी (Participation of Dignitaries): केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal Yoga) ने मुंबई में, राजनाथ सिंह (Rajnath Singh Yoga) ने उधमपुर में, जेपी नड्डा (JP Nadda Yoga) ने दिल्ली में, निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman Yoga) ने फरीदाबाद में, ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia Yoga) ने मध्य प्रदेश में, और सीएम योगी (CM Yogi Yoga) ने गोरखपुर में योग किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu Yoga) ने देहरादून में और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में योग सत्र में भाग लिया।
- अद्वितीय प्रदर्शन (Unique Performances):
- नेवी के अधिकारियों ने विशाखापत्तनम तट पर और समुद्र में जहाज पर योग किया (Navy Yoga on Ship)।
- हिमाचल की ऊँची पहाड़ियों से लेकर ओपेरा हाउस की सीढ़ियों और एवरेस्ट की चोटियों (Yoga on Everest) तक योग का संदेश पहुँचा।
- वैज्ञानिक अंतरिक्ष में (Scientists Yoga in Space) योग कर रहे हैं, जो योग की वैश्विक पहुँच को दर्शाता है।
- ग्रामीण युवा योग ओलिंपियाड (Yoga Olympiad) में भाग ले रहे हैं।
- दिव्यांग साथी ब्रेल (Divyang Yoga in Braille) में योग शास्त्र पढ़ रहे हैं।
- जम्मू-कश्मीर में लोगों ने चिनाब रेल ब्रिज के नीचे (Yoga Under Chenab Rail Bridge) योग किया।
- आईटीबीपी के जवानों ने लेह (ITBP Yoga in Leh) में 14,000 फीट की ऊंचाई पर और पैंगोंग झील (Pangong Lake Yoga ITBP) के किनारे योगाभ्यास किया।
- इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard Yoga) ने समुद्र और धरती पर योग का प्रदर्शन किया।
- अहमदाबाद में एनसीसी कैडेट्स (NCC Cadets Yoga) ने योगाभ्यास किया।
- एक ट्रेनी डॉग ने उधमपुर में (Trainee Dog Doing Yoga) योग किया और आकर्षण का केंद्र बना।
- न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर (Times Square Yoga Anupam Kher) अनुपम खेर (Anupam Kher Yoga) जैसे भारतीय सितारों ने योग को जीवन मंत्र बताया।
- विश्व रिकॉर्ड और जनजागृति (World Records and Awareness): 12 वर्षीय रुत्वी एएम ने हसन में योगासन कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया (Rutvi AM World Record Yoga)। विशाखापत्तनम स्थित आंध्र यूनिवर्सिटी में 25,000 आदिवासी बच्चों (Tribal Children Surya Namaskar) ने 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार करके कार्यक्रम में शामिल हुए। आयुष मंत्रालय ने 10 प्रमुख ‘सिग्नेचर इवेंट्स’ लॉन्च किए हैं, जिनका मकसद समाज के हर वर्ग तक योग को पहुंचाना है।
इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 (International Yoga Day 2025 Global) ने एक बार फिर साबित कर दिया कि योग सिर्फ शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि शांति, स्वास्थ्य और समरसता का एक सार्वभौमिक मंत्र है, जिसे आज पूरा विश्व खुले दिल से अपना रहा है।