Axiom-04 Mission: कई महीनों के लंबे इंतजार के बाद, आखिर वो दिन आ ही गया, जिसका पूरी दुनिया और खासकर भारत को बेसब्री से इंतजार था। आज Ax-04 मिशन (Axiom-04 Mission) के तहत, अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center Florida) से चार अंतरिक्ष यात्री (Four Astronauts) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS – International Space Station) का रुख करेंगे। इन गौरवशाली अंतरिक्ष यात्रियों में भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla India) भी शामिल हैं, जो इस ऐतिहासिक यात्रा के साथ भारत का नाम अंतरिक्ष में रोशन करेंगे। यह 1984 में राकेश शर्मा के बाद (After Rakesh Sharma in 1984) अंतरिक्ष में कदम रखने वाले पहले भारतीय होंगे।
भारतीय वायुसेना से ISRO के गगनयान तक (From IAF to ISRO’s Gaganyaan Mission):
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla Profile) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO – Indian Space Research Organisation) के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यही वजह है कि इसरो (ISRO Astronauts Selection) ने उन्हें Ax-04 मिशन (Ax-04 Mission for Gaganyaan) के लिए चुना है, ताकि वे वास्तविक अंतरिक्ष अनुभव प्राप्त कर सकें, जो भविष्य में गगनयान (Gaganyaan Astronaut Training) के लिए मूल्यवान साबित होगा।
शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ (Lucknow Uttar Pradesh Shubhanshu Shukla) में हुआ था। वह जून 2006 (Joined IAF in 2006) में भारतीय वायुसेना (IAF – Indian Air Force) की फाइटर विंग (IAF Fighter Wing) का हिस्सा बने थे। शुभांशु को कॉम्बैट लीडर (Combat Leader) और अनुभवी परीक्षण पायलट (Experienced Test Pilot) के रूप में 2,000 घंटे से अधिक (2000+ Flight Experience) का फ्लाइट एक्सपीरियंस (Flight Experience) है। वायुसेना में रहते हुए शुभांशु सुखोई-30 (Sukhoi-30), मिग-21 (MiG-21), मिग-29 (MiG-29), जगुआर (Jaguar), हॉक (Hawk), डॉर्नियर (Dornier) और एएन-32 (An-32) जैसे कई तरह के लड़ाकू विमान (Fighter Aircraft Pilot) उड़ा चुके हैं। यह उनकी सैन्य विशेषज्ञता (Military Expertise) और उच्च-दबाव वाले माहौल में उनके अनुभव को दर्शाता है।
रूस में एक साल का परीक्षण (One Year Training in Russia):
अंतरिक्ष यात्रा के लिए शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla Space Training) ने 2019 में रूस की राजधानी मॉस्को (Moscow, Russia) स्थित यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर (Yuri Gagarin Cosmonaut Training Center) से एक साल का गहन प्रशिक्षण (One Year Cosmonaut Training) लिया था। यह दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। 27 फरवरी 2024 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi Gaganyaan Announcement) ने गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission Astronauts) के लिए शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla Gaganyaan) का नाम आधिकारिक रूप से घोषित किया था, जिससे उनका अंतरिक्ष यात्रा का सपना एक कदम और करीब आ गया।
शुभांशु ने साझा किया अनुभव: ‘पहली बार अंतरिक्ष में उड़ान भरने का मौका’ (Shubhanshu Shares Experience: ‘First Opportunity to Fly in Space’):
Ax-04 मिशन (Ax-04 Mission Enthusiasm) के लिए शुभांशु शुक्ला बेहद उत्साहित हैं। 1984 में राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा (Rakesh Sharma Space Journey) के बाद, शुभांशु पहले ऐसे भारतीय होंगे जो अंतरिक्ष में (First Indian in Space Since 1984) कदम रखने जा रहे हैं। Ax-04 मिशन ने शुभांशु का यूट्यूब पर एक वीडियो भी साझा (YouTube Video of Shubhanshu) किया है, जिसमें उनकी खुशी (Excitement Clearly Visible) साफ देखी जा सकती है। वीडियो में शुभांशु ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा:
“मुझे फ्लोरिडा आने से ठीक 1 हफ्ते पहले ही पता चला था कि मैं Ax-04 मिशन (Ax-04 Mission Revelation) का हिस्सा बनने जा रहा हूं। मैं इस मिशन के लिए बेहद उत्सुक (Extremely Excited) था। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था क्योंकि पहली बार मुझे अंतरिक्ष में उड़ान भरने (Opportunity to Fly in Space) का मौका मिला था। उस समय मुझे समझ नहीं आया कि मैं कैसे रिएक्ट करूं?” (Reactions to Space Opportunity)।
शुभांशु क्यों बने Ax-04 मिशन का हिस्सा? प्रेरणा का स्रोत! (Why Shubhanshu Joined Ax-04 Mission? – Source of Inspiration!):
शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla’s Vision) के अनुसार, “यह सफर बेहद खास (Very Special Journey) होने वाला है। यह ऐसा समय है जब आपको एहसास होता है कि आप किसी बड़ी चीज का हिस्सा (Part of Something Big) बनने जा रहे हो। मैं बहुत भाग्यशाली हूं। इस सफर की मदद से मैं भारत के युवाओं (Role Model for Indian Youth) के लिए मिसाल कायम करने (Setting an Example) की कोशिश करूंगा। मैं इससे बच्चों में अंतरिक्ष (Inspiring Children in Space) को लेकर उत्सुकता (Creating Curiosity for Space) पैदा करना चाहता हूं। अगर मेरी कहानी से किसी एक शख्स (Impact on One Person’s Life) की जिंदगी में भी बदलाव आता है तो यह मेरे लिए सबसे बड़ी सफलता होगी (Biggest Success).”। यह उनकी सच्ची प्रेरणा और देश के प्रति उनके समर्पण (Dedication to Nation) को दर्शाता है।
Ax-04 मिशन की कमांडर ने की तारीफ (Ax-04 Mission Commander Praises Shubhanshu):
Ax-04 मिशन की कमांडर पैगी व्हिटसन (Peggy Whitson – Ax-04 Mission Commander) ने शुभांशु के बारे में बात करते हुए कहा, “ड्रैगन कैप्सूल (Dragon Capsule) में शुभांशु को अपने पायलट के रूप में (Shubhanshu as Pilot) पाना खुशी की बात है। शुभांशु को ऑपरेशन का अच्छा-खासा अनुभव (Operational Experience) है। खासकर जब तकनीकी (Technical Expertise) की बात आती है तो उनसे बेहतर कोई नहीं है।” यह व्हिटसन, जो नासा की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री (NASA Veteran Astronaut) हैं, का एक महत्वपूर्ण प्रमाणपत्र (Strong Endorsement) है।
Ax-04 मिशन में कौन-कौन शामिल हैं? (Who are the Crew Members of Ax-04 Mission?):
Ax-04 मिशन (Ax-04 Mission Crew) में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla), पैगी व्हिटसन (Peggy Whitson), स्लावोश उजनांस्की-विस्निएवस्की (Slawosz Uzanski-Wisniewski) और टिबोर कपु (Tibor Kapu) शामिल हैं। यह Ax-04 इसरो (ISRO Mission), नासा (NASA Mission), एक्सिओम स्पेस (Axiom Space) और स्पेस एक्स (SpaceX Mission) का एक साझा मिशन (Joint Mission) है। इस मिशन के अंतर्गत, चारों वैज्ञानिक आईएसएस (ISS – International Space Station) में विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक प्रयोग (Scientific Experiments on ISS) करेंगे, जो अंतरिक्ष अनुसंधान (Space Research) को आगे बढ़ाएंगे।
कब लॉन्च हुआ Ax-04 मिशन? (When was Ax-04 Mission Launched?):
Ax-04 मिशन (Ax-04 Mission Launch Details) आज यानी 25 जून 2025 को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center Florida) से अमेरिकी समय के अनुसार सुबह 2:31 बजे (IST में दोपहर 12 बजे) लॉन्च (Launch Time of Ax-04) किया जाएगा। स्पेसएक्स (SpaceX Falcon 9) का फाल्कन 9 रॉकेट (Falcon 9 Rocket) और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट (Dragon Spacecraft) इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस (Journey to ISS) तक ले जाएगा। स्पेसक्राफ्ट 26 जून 2025 (Arrival at ISS) की शाम 4:30 बजे (अमेरिका के समय के अनुसार सुबह 7 बजे) आईएसएस (ISS Arrival Time) तक पहुंच जाएगा। यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम (India’s Space Program) और गगनयान (Gaganyaan Update) के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है।