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Join Nowलखनऊ, जिसे “नवाबों का शहर” भी कहा जाता है, अपनी तहज़ीब, नवाबी शान और ऐतिहासिक इमारतों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। अगर आप इतिहास, वास्तुकला और स्वादिष्ट खाने के शौकीन हैं, तो लखनऊ आपके लिए एक बेहतरीन जगह है। इस शहर की हर गली, हर इमारत अपने आप में एक कहानी समेटे हुए है। तो चलिए, आज हम आपको लखनऊ की 13 ऐसी शानदार जगहों के बारे में बताते हैं, जहाँ आपको एक बार ज़रूर जाना चाहिए।
लखनऊ में घूमने की 13 प्रमुख जगहें
यहाँ हम आपको लखनऊ के उन प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी दे रहे हैं, जिसमें उनकी ऐतिहासिक महत्ता, खुलने का समय और टिकट की कीमतें भी शामिल हैं।
बड़ा इमामबाड़ा
लखनऊ का ज़िक्र हो और बड़ा इमामबाड़ा का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। इसे 1780 के दशक में नवाब आसफ़-उद-दौला ने बनवाया था। यह अपनी विशाल गुंबदनुमा हॉल, एक मस्जिद, एक बावड़ी और सबसे प्रसिद्ध ‘भूल भुलैया’ के लिए जाना जाता है। यह एक ऐसी तीन मंजिला पहेली है जिसमें खो जाना बहुत आसान है।
- समय: सुबह 6:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
- टिकट: भारतीयों के लिए ₹50, विदेशियों के लिए ₹500
ब्रिटिश रेजीडेंसी
33 एकड़ में फैला यह कॉम्प्लेक्स 1780 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों के लिए बनाया गया था। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में इस जगह ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जहाँ कई ब्रिटिश सैनिक मारे गए थे। आज यह एक शांत और ऐतिहासिक जगह है, जहाँ एक म्यूजियम भी है।
- समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
- टिकट: भारतीयों के लिए ₹15, विदेशियों के लिए ₹200
छोटा इमामबाड़ा
इसे ‘हुसैनाबाद मुबारक’ के नाम से भी जाना जाता है। 1838 में नवाब मुहम्मद अली शाह द्वारा निर्मित यह एक बेहद खूबसूरत और आध्यात्मिक जगह है। इसे “रौशनी का महल” भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ बेल्जियम से लाए गए कीमती झूमर लगे हैं। यहाँ आपको ताज महल की दो प्रतिकृतियाँ भी देखने को मिलेंगी।
- समय: सुबह 6:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
- टिकट: भारतीयों के लिए ₹50, विदेशियों के लिए ₹500
रूमी दरवाज़ा
60 फुट ऊँचा यह विशाल दरवाज़ा अवधी वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना है। इसे ‘तुर्की गेटवे’ के नाम से भी जाना जाता है और इसकी प्रेरणा तुर्की के एक दरवाज़े से ली गई है। यह लखनऊ की पहचान बन चुका है और यहाँ आप कभी भी जा सकते हैं।
- समय: 24 घंटे खुला रहता है
- टिकट: कोई शुल्क नहीं
हुसैनाबाद क्लॉक टावर
यह भारत के सबसे ऊँचे क्लॉक टावर्स में से एक है, जिसकी ऊँचाई 67 मीटर है। इसे लंदन के बिग बेन से प्रेरित होकर बनाया गया था। इसकी विशाल घड़ी और 14 फुट लंबा पेंडुलम देखने लायक है।
- समय: 24 घंटे खुला रहता है
- टिकट: कोई शुल्क नहीं
दिलकुशा कोठी
16वीं शताब्दी में बनी यह इमारत अंग्रेजी वास्तुकला का एक सुंदर उदाहरण है। पहले इसे शिकार के लिए इस्तेमाल किया जाता था और बाद में गर्मियों में आराम करने की जगह बना दिया गया। अब यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित एक राष्ट्रीय स्मारक है।
- समय: सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
- टिकट: भारतीयों के लिए ₹50, विदेशियों के लिए ₹200
हजरतगंज मार्केट
अगर आप लखनऊ आए हैं और खरीदारी नहीं की, तो आपकी यात्रा अधूरी है। हजरतगंज मार्केट अपनी चिकनकारी कढ़ाई और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। 1857 के बाद अंग्रेजों ने इसे लंदन की क्वीन स्ट्रीट जैसा बनाने की कोशिश की थी।
- समय: सुबह 9:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
- टिकट: कोई शुल्क नहीं
अम्बेडकर पार्क
107 एकड़ में फैला यह विशाल पार्क डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित है। यहाँ हाथियों की 60 बड़ी मूर्तियाँ, डॉ. अंबेडकर की एक भव्य प्रतिमा और एक म्यूजियम है। यह आधुनिक वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना है।
- समय: सुबह 11:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
- टिकट: ₹15 प्रति व्यक्ति
डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क
गोमती नदी के पास 76 एकड़ में बना यह पार्क पिकनिक और सुबह की सैर के लिए एक लोकप्रिय जगह है। यहाँ जॉगिंग ट्रैक, मछली तालाब और बच्चों के लिए झूले भी हैं।
- समय: सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
- टिकट: ₹10 प्रति व्यक्ति (12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मुफ़्त)
जनेश्वर मिश्र पार्क
375 एकड़ में फैला यह पार्क एशिया का सबसे बड़ा पार्क माना जाता है। इसे लंदन के हाइड पार्क से प्रेरित होकर बनाया गया है। यहाँ आप गोमती नदी में बोटिंग का आनंद ले सकते हैं और रूस के लड़ाकू विमान MiG-21 की एक प्रतिकृति भी देख सकते हैं।
- समय: सुबह 5:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
- टिकट: कोई शुल्क नहीं
गोमती रिवरफ्रंट
गोमती नदी के किनारे बना यह रिवरफ्रंट शाम बिताने के लिए एक शांत और सुंदर जगह है। यहाँ जॉगिंग, साइकिलिंग और स्केटिंग के लिए ट्रैक बने हैं। म्यूजिकल फाउंटेन और बोटिंग यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं।
- समय: सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
- टिकट: ₹10 प्रति व्यक्ति
जामा मस्जिद
लखनऊ की सबसे पुरानी ऐतिहासिक इमारतों में से एक, इस मस्जिद का निर्माण 1839 में नवाब मुहम्मद अली शाह ने करवाया था। सुनहरे बलुआ पत्थर से बनी इस मस्जिद में 260 खंभे और 15 गुंबद हैं, जो 15वीं सदी की वास्तुकला को दर्शाते हैं।
- समय: सुबह 10:00 बजे से रात 9:00 बजे तक
- टिकट: कोई शुल्क नहीं
सतखंडा टावर
यह एक अधूरी चार मंजिला मीनार है, जिसे इटली की पीसा की झुकी मीनार से प्रेरित होकर बनाया गया था। नवाब मुहम्मद अली शाह ने इसका निर्माण शुरू करवाया था, लेकिन उनकी मृत्यु के कारण यह सात मंजिला बनने की बजाय सिर्फ चार मंजिला ही बन पाई।
- समय: 24 घंटे खुला रहता है
- टिकट: कोई शुल्क नहीं
लखनऊ की यात्रा का यादगार अनुभव
लखनऊ सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक एहसास है। यहाँ का इतिहास, संस्कृति और खान-पान आपको एक अविस्मरणीय अनुभव देगा। जब भी आप लखनऊ आएं, तो इन जगहों पर जाना न भूलें। ये स्थान न केवल आपकी यात्रा को यादगार बनाएंगे बल्कि आपको इस शहर की रूह से भी मिलाएंगे।