3E coach in Indian Railways: 3AC को कहें अलविदा? जानिए क्यों भारतीय रेलवे का नया 3E कोच बन रहा है सबकी पहली पसंद

Published On: September 3, 2025
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3E coach in Indian Railways: 3AC को कहें अलविदा? जानिए क्यों भारतीय रेलवे का नया 3E कोच बन रहा है सबकी पहली पसंद

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3E coach in Indian Railways: लंबी दूरी की यात्रा, आरामदायक सीट और एसी की ठंडी हवा का ख्याल आते ही हमारे मन में सबसे पहला नाम 3AC कोच का आता है। लेकिन जब आप IRCTC की वेबसाइट पर ऑनलाइन टिकट बुक करती हैं, तो अक्सर 3AC के ठीक बगल में एक नया ऑप्शन ‘3E’ देखकर कन्फ्यूज हो जाती हैं। कई लोगों को यह लगता है कि शायद रेलवे ने 3AC नाम से ही कोई दूसरा कोच शुरू किया है, लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है।

तो आखिर ये 3E कोच है क्या? क्या यह 3AC से बेहतर है या खराब? और क्यों यह धीरे-धीरे बजट यात्रियों की पहली पसंद बनता जा रहा है? चलिए, आज आपके सारे सवालों के जवाब देते हैं।

क्या है 3E कोच? (What is 3E Coach in Train)

3E का पूरा नाम है ‘एसी इकोनॉमी क्लास’ (AC Economy Class)। भारतीय रेलवे ने इस कोच की शुरुआत उन लाखों यात्रियों को ध्यान में रखकर की है, जो स्लीपर क्लास की भीड़ और गर्मी से तो बचना चाहते हैं, लेकिन 3AC का महंगा किराया भी नहीं देना चाहते। सीधे शब्दों में कहें तो, 3E कोच स्लीपर क्लास और 3AC के बीच का एक परफेक्ट और सस्ता एसी विकल्प है। यह उन यात्रियों के लिए एक वरदान है जो थोड़े से पैसे और खर्च करके अपने सफर को आरामदायक बनाना चाहते हैं।

क्यों 3E कोच में सफर करना है एक फायदे का सौदा?

1. किराया सबसे बड़ा हीरो (Budget-Friendly Travel):
3E कोच की सबसे बड़ी खासियत इसका किराया है। इसका टिकट 3AC के मुकाबले 15-20% तक सस्ता होता है, जबकि स्लीपर क्लास से थोड़ा ही महंगा होता है। यानी, अब आपको एसी में सफर करने के लिए अपनी जेब पर ज्यादा बोझ डालने की जरूरत नहीं है।

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2. चादर-तकिया ले जाने का झंझट खत्म (Free Bedding):
स्लीपर क्लास में यात्रा करने वालों की सबसे बड़ी सिरदर्दी होती है अपना चादर और तकिया साथ लेकर चलना। लेकिन 3E कोच में आपको 3AC की तरह ही साफ-सुथरी चादर, एक तकिया और एक कंबल बिल्कुल मुफ्त मिलता है।

3. शांतिपूर्ण और आरामदायक सफर (Peaceful Journey):
3AC कोच की तरह ही 3E कोच के दरवाजे भी पूरी तरह बंद रहते हैं। इससे आपको बार-बार सामान बेचने वालों, बेवजह घूमने वाले लोगों और स्टेशन के शोर-शराबे से छुटकारा मिलता है। आप बिना किसी परेशानी के आराम से सो सकते हैं या अपना सफर एंजॉय कर सकते हैं।

4. साफ-सफाई और स्वच्छता (Cleanliness and Hygiene):
चूंकि कोच पूरी तरह से बंद होता है, इसलिए बाहर की धूल-मिट्टी और गंदगी अंदर नहीं आती। इसमें सफाई का स्तर स्लीपर क्लास के मुकाबले कहीं बेहतर होता है, और आपको बदबू जैसी समस्याओं का सामना भी नहीं करना पड़ता।

5. 3AC से थोड़ा अलग, पर सुविधाओं में कोई कमी नहीं:
यहां एक बात जानना जरूरी है। किराया कम करने के लिए रेलवे ने 3E कोच में 3AC के 72 सीटों की जगह 83 सीटें फिट की हैं। इस वजह से सीटें हल्की सी पतली लग सकती हैं और दो सीटों के बीच का गैप थोड़ा कम महसूस हो सकता है। लेकिन चार्जिंग पॉइंट, बोतल होल्डर और रीडिंग लैंप जैसी बाकी सभी आधुनिक सुविधाएं आपको 3AC की तरह ही मिलती हैं।

संक्षेप में, अगर आप एक बजट यात्री हैं और कम खर्च में एक सुरक्षित, स्वच्छ और आरामदायक एसी यात्रा का अनुभव करना चाहते हैं, तो अगली बार टिकट बुक करते समय 3AC की जगह 3E कोच का विकल्प चुनना आपके लिए एक स्मार्ट फैसला हो सकता है।

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