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Join NowDA Hike : महाराष्ट्र सरकार ने अपने लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को एक बड़ी सौगात दी है, जिससे उनके चेहरों पर मुस्कान आ गई है। सरकार ने महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 2% की वृद्धि करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इस महत्वपूर्ण कदम से राज्य के लाखों परिवारों को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी। सरकार की इस घोषणा के बाद सरकारी कर्मचारियों (government employees) में उत्सव जैसा माहौल है।
कर्मचारियों के लिए डीए का तोहफा: एक बड़ी राहत
केंद्रीय कर्मचारियों की तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार ने भी अपने कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 2% की महत्वपूर्ण बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी जनवरी 2025 से लागू की गई है, जिसका मतलब है कि कर्मचारियों को बकाया एरियर भी मिलेगा। यह वृद्धि न केवल सेवारत केंद्रीय कर्मचारियों पर लागू होगी, बल्कि पेंशनभोगियों (pensioners) को भी इसका पूरा लाभ मिलेगा। इसी क्रम में, राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी यह बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता प्रदान किया जाएगा। केंद्र सरकार (central government) द्वारा लिए गए इस निर्णय का सीधा फायदा राज्य के कर्मचारियों को मिलेगा, जिससे उनके मासिक वेतन में अच्छी खासी वृद्धि देखने को मिलेगी।
अब कितना हो गया है डीए?
इस 2% की बढ़ोतरी के बाद, राज्य सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) 53% से बढ़कर अब 55% हो गया है। इस वृद्धि का लाभ राज्य सरकार के कर्मचारियों के साथ-साथ अर्ध-सरकारी सेवा (Semi-government service) में कार्यरत अधिकारियों, अन्य पात्र अधिकारियों और लाखों पेंशनधारकों को भी समान रूप से मिलेगा। यह महत्वपूर्ण वृद्धि सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की सिफारिशों के आधार पर की गई है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई से राहत दिलाना है।
8 महीने का एरियर भी खाते में आएगा
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि महंगाई भत्ते में यह वृद्धि (DA Hike News) जनवरी 2025 से प्रभावी होगी। इसका मतलब है कि कर्मचारियों को केवल बढ़ा हुआ वेतन ही नहीं, बल्कि जनवरी से लेकर अब तक का पूरा एरियर भी मिलेगा। अगस्त महीने के वेतन के साथ ही जनवरी से बढ़े हुए महंगाई भत्ते का पूरा अंतर राज्य सरकार के कर्मचारियों के बैंक खातों में जमा कर दिया जाएगा। यानी, राज्य सरकार के कर्मचारियों को एकमुश्त आठ महीने का मोटा एरियर मिलने वाला है, जो उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है।
कितने कर्मचारियों को होगा फायदा?
देवेंद्र फडणवीस सरकार के इस जन-हितैषी फैसले से सरकारी खजाने पर सालाना लगभग 1,700 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा। इस निर्णय से प्रदेश के लगभग 12 लाख कर्मचारियों को सीधा फायदा पहुंचेगा। इनमें 5 लाख राज्य कर्मचारी और 7 लाख जिला परिषद (District council), पंचायत समिति, और अनुदानित स्कूलों के शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी शामिल हैं। यह कदम राज्य के लाखों कर्मचारियों और सेवानिवृत्त लोगों के लिए एक बहुत बड़ी आर्थिक राहत है, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में निश्चित रूप से सुधार होगा और वे बढ़ती महंगाई का सामना बेहतर तरीके से कर पाएंगे।