देश – विदेश

ट्रंप पर हमला करने वाला 58 वर्षीय रेयान गिरफ्तार 

डेस्क। अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई ने यह बताया है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर रविवार को एक बार फिर जानलेवा हमला किया गया, जिसमें ट्रंप बाल-बाल बचे हैं। ट्रंप के आवास मार ए लागो गोल्फ कोर्स के पास गोलीबारी करने के आरोप में सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार करा है।

संदिग्ध की पहचान 58 वर्षीय रेयान वेस्ले रूथ के रूप में हुई है वह घटनास्थल से एक अत्याधुनिक एके-47 राइफल, एक स्कोप और एक गोप्रो कैमरा भी बरामद हुआ है।

एफबीआई में यह बताया गया है कि ट्रंप आवास के आसपास गोलीबारी होने के बाद जवाबी कार्रवाई में सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने भी फायरिंग की। जिस पर झाड़ी में छिपा बैठा रेयान रूथ बाहर निकला और एक काले रंग की कार में बैठकर मौके से फरार भी हो गया। हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पाम बीच काउंटी के शेरिफ रिक ब्रैडशॉ ने यह बताया है कि उन्होंने ट्रंप पर हमले के आरोप में एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया है।

कौन है रेयान रूथ

राहुल गांधी टेरेरिस्ट, देश के सबसे बड़े दुश्मन: रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू बोले 

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, रेयान रूथ नॉर्थ कैरोलिना ग्रीन्सबोरो इलाके का निवासी है और पेशे से पूर्व निर्माण श्रमिक भी है। रूथ की कोई औपचारिक सैन्य पृष्ठभूमि नहीं थी, पर वह सोशल मीडिया पर सशस्त्र सैन्य संघर्ष में भाग लेने की इच्छा भी जाहिर कर चुका है। खासकर रूस के यूक्रेन हमले के बाद उसने यूक्रेन की तरफ से युद्ध लड़ने की इच्छा जाहिर करी थी। रूथ ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि वह यूक्रेन के लिए लड़ने और मरने के लिए भी तैयार है। अपने सोशल मीडिया बायो में रूथ ने लिखा है कि ‘नागरिकों को युद्ध को बदलना चाहिए और भविष्य के युद्धों को रोकना चाहिए।’

कब है विश्वकर्मा पुजा? महत्व के साथ जानिए पूजा विधि 

ट्रंप ने कहा- मैं ठीक हूं

वहीं आवास के आसपास गोलीबारी की घटना पर डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा है कि डरो मत, मैं सुरक्षित और स्वस्थ हूं। किसी को चोट नहीं आई है। भगवान का शुक्र है। ट्रंप के प्रचार अभियान के प्रवक्ता ने भी ये बताया है कि आवास के आसपास गोलीबारी की घटना के बाद ट्रंप सुरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में यह ट्रंप पर दूसरा जानलेवा हमला है। इससे पहले बीते जुलाई माह में भी ट्रंप पर पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान गोली चलाई गई थी साथ ही जिसमें ट्रंप बाल-बाल बचे थे और गोली उनके कान को छूकर के निकली थी। सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने मौके पर ही हमलावर को ढेर भी कर दिया था।