img

डेस्क। इजरायल में सैनिकों के पीड़ित परिजनों ने बताया कि सैनिकों का कहना था कि यह युद्ध पूरी तरह से अलग है और इस युद्ध में उन लोगों ने ऐसे कई दृश्य देखे जिसे इजरायल में कभी नहीं देखा गया था। सहायक ड्राइवर जाकेन ने माना कि दोनों को आदेश दिया था कि आतंकियों पर बुल्डोजर चढ़ा दो चाहे वे जिंदा हों या फिर मर गए हों। कई बार ऐसी आतंकी सैकड़ों की संख्या में भी थी।

गाज़ा से बेटा वापस आया, लेकिन गाज़ा उसके भीतर ही रह गया, आत्महत्या करने वाले इजरायली सैनिक की मां का दर्द कुछ ऐसा है। इजरायली सैनिक गाज़ा में तबाही और तांडव मचाने के बाद घर लौटे हैं और अब उनका क्या हाल है येरुसेलम पोस्ट ने अपनी एक खबर प्रकाशित की है जो किसी के भी रौंगटे खड़े कर दें।

बता दें इजरायल का एक सैनिक पिछले साल के 7 अक्तूबर के हमास के हमले के बाद से गाज़ा पर लगातार कई हमले के किए। 40 साल का एक सैनिक 4 बच्चों का पिता है और जब यह युद्ध के लिए गया तो जैसी हालत में गया था वैसी स्थिति में नहीं लौटा। शरीर में कोई दिक्कत नहीं है पर ये सैनिक छह महीनों तक अध्यधिक तनाव की जिंदगी जीता है और एक दिन आत्महत्या ही कर लेता है जब इसके युद्ध में लौटने की तारीख करीब आ जाती है।

 इजरायली सेना के सैनिक एलिरन मिजराही है। एलिरन की मां जेनी मिजराही का कहना है कि मेरा बेटा गाज़ा से वापस आ गया, लेकिन गाज़ा उसके जहन से नहीं निकल पाया। और इसी वजह से वह मर गया, युद्ध से आकर वह बेहद तनाव में था। साथ ही वो वह पीएसटीडी बीमारी से परेशान था।

उत्तरकाशी में मस्जिद पर बवाल, पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज 

यह हाल किसी एक सैनिक का नहीं है बल्कि इजरायल से हमास के खिलाफ गाज़ा में युद्ध के लिए गए हजारों सैनिकों का हाल कुछ ऐसा ही है और अब जब उत्तरी सीमा पर भी तनाव बरकरार है, ऐसे में कई सैनिक मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। ये सभी अत्यंत तनाव का जीवन जी रहे हैं और ये सभी इजरायली सेना के सैनिक हैं। जनवरी में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें ये बताया गया था कि 1600 आईडीएफ सैनिक पीटीएसडी (Post-traumatic stress disorder) की बीमारी से काफी पीड़ित हैं।

इस प्रकार पीड़ित सैनिकों के परिजनों का ये कहना है कि कहानी इस प्रकार नहीं है। उनका कहना है कि इजरायल की सेना को यह पता ही नहीं है कि मानसिक रूस से ऐसे परेशान सैनिकों का इलाज कैसे करना है। परिजनों ने बताया कि सैनिकों का कहना था कि यह युद्ध पूरी तरह से अलग है और इस युद्ध में उन लोगों ने ऐसे कई दृश्य देखे जिसे इजरायल में कभी नहीं देखा गया।

Karhal By Election: करहल में जीजा साले के बीच टक्कर, बीजेपी बिगाड़ सकती है यादवलैंड का समीकरण 

मिजराही के परिवार का कहना है कि जब वह छु्ट्टी पर था तब वह सामाजिक तौर पर अपने को अलग कर चुका था और कई बार उसे काफी गुस्सा आता था और नींद भी नहीं आती थी। मिजराही की बहन शिर का कहना था कि वह कहता था कि कोई नहीं समझेगा कि मैंने आखिर क्या देखा हैं। बहन का कहना है कि संभव है कि उसने बहुत से लोगों को मरते देखा होगा कई लोगों को उसने मारा भी होगा और उसने जब ऐसा कुछ किया होगा तो वह शॉक में आ गया होगा।