कार्तिक मास में दीपदान का बहुत महत्व है। यह हिंदू धर्म की एक प्रमुख परंपरा है, जो कार्तिक मास के दौरान की जाती है। दीपदान का अर्थ है दीये जलाकर उन्हें जल में प्रवाहित करना।
दीपदान का महत्व
1. पापों का निवारण: दीपदान करने से पापों का निवारण होता है।
2. भगवान विष्णु की पूजा: कार्तिक मास में दीपदान करने से भगवान विष्णु की पूजा होती है।
3. लक्ष्मी की कृपा: दीपदान करने से लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
4. आत्मा की शुद्धि: दीपदान करने से आत्मा की शुद्धि होती है।
5. सुख-समृद्धि: दीपदान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
दीपदान कैसे करें
1. कार्तिक मास के दौरान सूर्यास्त के समय दीये जलाएं।
2. दीये में घी या तेल भरें।
3. दीये को जल में प्रवाहित करें।
4. दीपदान करते समय भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करें।
5. दीपदान के बाद आरती करें।
दीपदान के लिए शुभ मुहूर्त
कार्तिक मास के दौरान प्रतिदिन सूर्यास्त के समय दीपदान करना शुभ होता है। इसके अलावा, कार्तिक पूर्णिमा और कार्तिक एकादशी के दिन दीपदान करना विशेष शुभ होता है।