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Join NowBharat Taxi App : अगर आप भी ऑफिस जाने या कहीं घूमने के लिए Ola, Uber या Rapido जैसे ऐप्स पर निर्भर हैं, तो आप “सर्ज प्राइसिंग” (Surge Pricing) के दर्द को अच्छे से समझते होंगे। जैसे ही मांग बढ़ती है या पीक आवर्स (Peak Hours) शुरू होते हैं, इन निजी कंपनियों का किराया आसमान छूने लगता है। लेकिन, अब आम जनता की जेब पर पड़ने वाला यह बोझ जल्द ही खत्म होने वाला है।
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केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक ऐसा ऐतिहासिक ऐलान किया है, जिससे कैब कंपनियों की मनमानी पर लगाम लगेगी और आम आदमी को सस्ता और सुरक्षित सफर मिलेगा। भारत सरकार ने अपने स्वदेशी ऐप ‘भारत टैक्सी’ (Bharat Taxi App) की टेस्टिंग शुरू कर दी है।
संसद में गडकरी का बड़ा खुलासा: शुरू हुआ ट्रायल
गुरूवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान नितिन गडकरी ने लोकसभा सदस्यों को खुशखबरी देते हुए बताया कि 11 दिसंबर, 2025 से ‘भारत टैक्सी ऐप’ का ट्रायल और टेस्टिंग फेज शुरू हो चुका है। सरकार का मकसद साफ है—बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा करना और यात्रियों को लूट से बचाना।
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लेकिन, यह ऐप बाकी साधारण ऐप्स से बिल्कुल अलग है। यह किसी बड़ी विदेशी कंपनी का नहीं, बल्कि सहकारी मॉडल (Cooperative Model) पर आधारित होगा।
क्या है ‘ड्राइवर ओन्ड’ मॉडल? (Why is it unique?)
गडकरी के प्लान के मुताबिक, यह ऐप ‘कॉर्पोरेट-ओन्ड एग्रीगेटर मॉडल’ (जैसे ओला-उबर, जहां कंपनी मालिक होती है) की जगह ‘ड्राइवर-ओन्ड कोऑपरेटिव मॉडल’ पर काम करेगा।
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किसके तहत चलेगा ऐप? यह सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड (STCL) के बैनर तले संचालित होगा।
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ड्राइवरों को क्या फायदा? इस मॉडल में ड्राइवर ही असली मालिक होंगे। अभी तक प्राइवेट कंपनियां ड्राइवरों की कमाई का एक मोटा हिस्सा (25-30%) कमीशन के रूप में काट लेती थीं। लेकिन ‘भारत टैक्सी’ में बिचौलियों का खेल खत्म हो जाएगा। कमाई का बड़ा हिस्सा सीधे ड्राइवर की जेब में जाएगा।
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यात्रियों को फायदा: जब ड्राइवर से कम कमीशन लिया जाएगा, तो जाहिर है कि यात्रियों के लिए किराया भी सस्ता होगा।
पीक आवर्स की ‘लूट’ पर लगेगी लगाम
सबसे बड़ी राहत उन लोगों के लिए है जो रोज ऑफिस आने-जाने के समय कैब का बढ़ा हुआ किराया देखकर परेशान हो जाते थे। सरकार ने नई ‘मोटर वाहन एग्रीगेटर दिशानिर्देश 2025’ (Motor Vehicle Aggregator Guidelines 2025) जारी कर दिए हैं।
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परिवहन मंत्री ने स्पष्ट किया है कि अब ऑफिस ऑवर्स या बारिश के समय मनमाने ढंग से किराया वसूलने पर रोक लगाने की तैयारी है। नए नियमों में किराए की एक सीमा (Cap Limit) तय की जाएगी, जिससे ऊपर कोई भी ऐप चार्ज नहीं कर पाएगा।
भारत टैक्सी ऐप कब होगा लॉन्च? (Bharat Taxi App Launch Date)
फिलहाल ऐप का टेस्टिंग और ट्रायल फेज (Beta Testing) चल रहा है। वित्तीय रिपोर्ट्स (जैसे financialexpress) के मुताबिक, ट्रायल सफल होते ही इसे जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च किया जाएगा।
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यह एक नेशनल ऐप होगा, जो सिर्फ दिल्ली-मुंबई नहीं, बल्कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी सर्विस देगा।
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इसकी सुरक्षा और फीचर भी हाई-टेक रखे गए हैं, जो ‘मोटर एग्रीगेटर पॉलिसी’ के सख्त मानकों का पालन करेंगे।
क्यों थी इसकी सख्त जरूरत?
पिछले कुछ सालों में भारत में डिजिटल टैक्सी बुकिंग की मांग तेजी से बढ़ी है। लेकिन मार्केट में सिर्फ एक-दो कंपनियों का ही दबदबा (Monopoly) था। इसका नुकसान यह हुआ कि ड्राइवरों को कम पैसा मिलने लगा और यात्रियों को ज्यादा चुकाना पड़ रहा था। ‘भारत टैक्सी’ इसी मोनोपोली को तोड़ने का एक प्रयास है।
अब वह दिन दूर नहीं जब आप अपने फोन पर ‘भारत टैक्सी’ डाउनलोड करेंगे और बिना जेब खाली किए अपने गंतव्य तक शान से पहुंचेंगे! सरकार का यह कदम ड्राइवरों को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की दिशा में एक बड़ी क्रांति साबित हो सकता है।













