मीडिया– आज के समय में पत्रकार बनान बड़ा आसान हो गया है। क्योंकि अब पत्रकारिता का दृश्य ही बदल चुका है। आज एक अच्छा पत्रकार उसी को माना जाता है। जो चतुखोरिता करने में माहिर हैं और सत्ता का पक्षधर। आज पत्रकार स्वतंत्रता के मूल को नही जानते। क्योंकि उनके लिए उनके सिद्धांत से अधिक आवश्यक हो गया है पैसा।
आज की बदली पत्रकारिता ने पत्रकारों की छवि को बिगाड़ कर रख दिया है। वही अब लोग पत्रकारों को दलाल, चमचा , बंधुआ मजदूर कहकर संबोधित करते हैं। लेकिन इस सबके बीच आज हम आपको पत्रकार का मूल चरित्र क्या होना चाहिए। इसके विषय मे बताने जा रहे हैं।
जाने वास्तव में क्या है पत्रकार-
पत्रकार एक प्रखर स्वतंत्रता और बेबाक व्यक्ति है। जिसका एक मात्र उद्देश्य लोगो को सूचना देना और उन्हें सत्य के साथ जोड़ना है। एक अच्छा पत्रकार वही होता है जो बिना किसी दवाब के अपनी बात को निष्पक्ष तरीके से लोगो के सम्मुख प्रस्तुत करें। वह किसी व्यक्ति विशेष की पैरवी न करे और आलोचनात्मक हो।
एक पत्रकार जब तक आलोचना नही करता तब तक वह मुद्दों के पक्ष को जनता के मध्य नही प्रस्तुत कर पाता है। पत्रकार का काम है जनता के मध्य किसी भी घटना के दोनो पक्षो को रखना और उन्हें उस घटना के वास्तविक चरित्र को समझाना।
जब एक पत्रकार स्पष्ट, निष्पक्ष और साफ तरीके से बिना किसी दबाव के खबरों को जनता के बीच प्रस्तुत करता है और सरकार के हित के लिए काम न करने। सरकार को यह बताता है कि वह जो काम कर रहे हैं उसमें क्या कमी है। तो वह पत्रकारिता के सभी मूलो पर खरा उतरता है और एक बेहतर पत्रकार साबित होता है।
यदि हम मोटा मोटा समझे तो एक उम्दा पत्रकार वही है। जो सरकार की आलोचना न करे और सरकार को उनकी कमियों से वाकिफ करवाए।
आज के पत्रकारों की कमी-
आज के पत्रकार आलोचनाओ से डरते हैं। उनके लिए अब पत्रकारिता व्यवसाय है। वह किसी न किसी के पक्षधर बने बैठे हैं। जो पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों के विरोध में है।पत्रकार का काम निष्पक्ष सूचनाओं से लोगो को अवगत करवाना होता है।
लेकिन आज के पत्रकार सरकार की पैरवी करने में लगे हैं और आम जनता को सुनियोजित तरीके से खबरे दिखाते हुए उनका ध्यान एक वर्ग विशेष की ओर आकर्षित करने का काम कर रहे हैं। पत्रकारों की इस प्रवर्त्ति के कारण आज समाज मे पत्रकार की छवि बिगड़ी है। लोग अब पत्रकारों को बिकाऊ प्रवर्त्ति का मनुष्य कहते हैं।