UP News: डेस्क। हेड कांस्टेबल नशे में थे और वह बार-बार सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू की मांग करते रहे थे। रात होने के कारण सहायक अध्यापक ने मना कर दिया था। शिकायत सहायक अध्यापक ने मोबाइल पर आगे बैठे दरोगा से भी करी लेकिन जब तक दरोगा जी उतरकर पीछे आते इस बीच हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश ने सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार पर कार्बाइन से गोलियां बरसा कर हत्या भी कर दी।
वाराणसी-जनपद से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल लेकर मुजफ्फरनगर आए राजकीय हाईस्कूल महगांव के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार के साथ आए सुरक्षाकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी।
शिक्षक संगठनों में घटना की निंदा की और आरोपित पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की है। शिक्षकों ने यूपी बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन कार्य को बंद कर दिया है।
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राजकीय शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष डॉ. रणवीर सिंह ने ये बताया, इस घटना से शिक्षक दुखी हैं। धर्मेन्द्र कुमार अपने परिवार में आजीविका के एकमात्र सहारा थे। शासन-प्रशासन से मांग की जाती है कि दोषी के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करी जाए एवं मृतक धर्मेंद्र कुमार के परिवार को मुआवजा भी प्रदान किया जाए।
घटना के विरोध में जुट गए शिक्षक
प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार शर्मा ने भी घटना की निंदा करी है। वहीं चौधरी छोटू राम इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य नरेश प्रताप सिंह ने बोला, इस प्रकार की घटना फिर न हो, इसके लिए सरकार को काफी सख्त कदम उठाने चाहिए।
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इस घटना के विरोध में शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य बंद कर दिया है। चौधरी छोटू राम इंटर कॉलेज के सामने शिक्षकों ने घटना को लेकर आक्रोश भी जताया है। आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करी गई है।