डेस्क। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अचानक लिए गए एक निर्णय ने वरिष्ठ अधिकारियों को काफी चिंतित कर दिया है। वहीं वैष्णव ने हाल ही में अपने कार्यालय से उस बजर को भी हटवा दिया है, जिसे दबाकर जूनियर सहायकों ने कार्यालय के भीतर आने का संदेश भी दिया जाता था।
वहीं कुछ दिनों बाद उन्होंने अपने मंत्रालय के कर्मचारियों को भी इसका पालन करने के लिए बोला है। वहीं उनका मानना है कि यह एक पुरातन व्यवस्था है और लोगों को बजर दबाने के बजाय कुछ काम खुद करने भी चाहिए या जरूरत पड़ने पर फोन का इस्तेमाल भी करना चाहिए।
उनका पूरा कार्यालय अब बजर या कॉलिंग बेल से मुक्त हो गया है। ऐसे में वरिष्ठ नौकरशाह सोच रहे हैं कि क्या उनसे भी इस प्रथा का पालन करने की उम्मीद करी जा रही है।