Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कहा कि अब उप्र दंगामुक्त और माफियामुक्त हो चुका है। गुंडे-बदमाश अब बहनों, बेटियों और व्यापारियों के लिए खतरा नहीं हैं। योगी ने बताया कि 2017 के बाद प्रदेश में निवेश, विकास, इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण और माफिया पर सख्त कार्रवाई से माहौल बदला है। गोरखपुर में कल्याण मंडपम का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीमार मानसिकता का भी इलाज किया गया है।
Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश की राजनीति और समाज पर लंबे समय से दंगों और माफिया संस्कृति का साया रहा है। लेकिन बीते आठ वर्षों में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर बड़े बदलाव किए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में यह ऐलान किया कि अब प्रदेश दंगामुक्त और माफियामुक्त है। उनका कहना था कि यह बदलाव 2017 में जनता द्वारा चुनी गई स्थिर और ईमानदार सरकार की वजह से संभव हुआ है।
योगी आदित्यनाथ का बड़ा दावा: दंगामुक्त और माफियामुक्त उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले उप्र की छवि दंगों और अपराधों से जुड़ी हुई थी। हर कुछ महीनों में बड़े दंगे होते थे, माफिया प्रवृत्ति समाज पर हावी रहती थी और आम नागरिक, व्यापारी, बहन-बेटियाँ असुरक्षित महसूस करती थीं। लेकिन 2017 के बाद से राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाया और कानून के राज को स्थापित किया।
गोरखपुर में कल्याण मंडपम का लोकार्पण
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) द्वारा दो कल्याण मंडपम का निर्माण कराया गया, जिनकी लागत क्रमशः 2.65 करोड़ और 85 लाख रुपये रही। मानबेला स्थित मंडपम के लिए मुख्यमंत्री ने अपनी विधायक निधि से धनराशि भी दी। इन मंडपमों के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने विकास और सुरक्षा के मुद्दों को प्रमुखता से रखा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता ने 2017 से लगातार भाजपा सरकार को चुना और इसके कारण राज्य में सकारात्मक बदलाव आया। उन्होंने बताया कि आज उत्तर प्रदेश निवेश का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है।
बंद पड़े खाद कारखानों को दोबारा शुरू किया गया।
राज्य को चार-लेन और आधुनिक कनेक्टिविटी से जोड़ा गया।
बड़े उद्योगपतियों ने उप्र में निवेश करना शुरू किया।
इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण: एक बड़ी उपलब्धि
गोरखपुर और उसके आसपास के क्षेत्र वर्षों तक इंसेफेलाइटिस बीमारी की चपेट में रहे। हर साल हजारों बच्चों की जान चली जाती थी। लेकिन पिछले आठ साल में इस बीमारी पर काबू पाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल स्वास्थ्य सुविधाओं का ही परिणाम नहीं, बल्कि सरकार के निरंतर प्रयासों का नतीजा है।
बीमार मानसिकता का इलाज भी जरूरी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने न केवल इंसेफेलाइटिस जैसे रोगों की अनदेखी की, बल्कि समाज में फैली ‘‘बीमार मानसिकता’’ को भी पनपने दिया। उनकी सरकार ने इस मानसिकता का इलाज किया और विकास, सुरक्षा तथा शिक्षा को प्राथमिकता दी।
मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश सरकार ने एक साल में मुख्यमंत्री राहत कोष से 1100 करोड़ रुपये की सहायता गंभीर बीमारियों के इलाज पर खर्च की है। इससे हजारों परिवारों को जीवनदान मिला है।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की नई तस्वीर
आज उत्तर प्रदेश को देशभर में सबसे सुरक्षित राज्यों में गिना जा रहा है।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कानून लागू किए गए।
एंटी-रोमियो स्क्वाड और फास्ट-ट्रैक कोर्ट की स्थापना हुई।
माफिया संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई ने अपराधियों को सबक सिखाया।
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा निवेश हब बनता जा रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव आए और हजारों युवाओं को रोजगार मिला। यह बदलाव बताता है कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था के कारण उद्योगपति अब निडर होकर उप्र में निवेश कर रहे हैं।