डेस्क। भारत में जब भी आप किसी से थाईलैंड के बारे में पूछेंगे, तो वह आपको बैंकॉक, पटाया और फुकेट जैसे टूरिस्ट प्लेस के बारे में ही बताएगा. भारत से हर साल लाखों लोग थाईलैंड घूमने जाते हैं, पर क्या आप जानते हैं पूरी दुनिया की आबादी को कंट्रोल करने में थाईलैंड एक अहम भूमिका अदा करता है।
थाईलैंड दुनिया का सबसे बड़ा कंडोम एक्सपोर्टर करने वाला देश है।
दुनिया में थाईलैंड प्राकृतिक रबर का सबसे बड़ा उत्पादक भी है और यहां के वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक 2022 में ये दुनिया का टॉप कंडोम एक्सपोर्टर भी रहा है। वर्ल्ड के कुल कंडोम एक्सपोर्ट में इसकी हिस्सेदारी 44 प्रतिशत की है, जबकि इससे पिछले साल 2021 में ये हिस्सेदारी 43.7 प्रतिशत की रही थी।
चीन, अमेरिका है सबसे बड़े इंपोर्टर
थाईलैंड के वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक देश ने 2022 में 27.23 करोड़ डॉलर (करीब 2225.90 करोड़ रुपये) के कंडोम का निर्यात भी किया और थाईलैंड से सबसे ज्यादा कंडोम का निर्यात चीन को, उसके बाद अमेरिका और वियतनाम को भी होता है।
आपको ये भी बताते चलें कि थाईलैंड की इकोनॉमी में टूरिज्म के अलावा कंडोम और फलों के निर्यात का बड़ा हिस्सा भी शामिल है। फलों में भी थाईलैंड के ड्यूरियन (एक तरह का कटहल) का काफी दबदबा रहा है। और 2022 में थाईलैंड ने 3.22 अरब डॉलर (करीब 26,322 करोड़ रुपये) के ड्यूरियन का निर्यात भी दिया है।
भरपूर होता है रबड़ और फलों का एक्सपोर्ट
थाईलैंड से रबड़ और फलों का एक्सपोर्ट बहुत ज्यादा होता है, इसके बावजूद ये थाईलैंड के कुल एक्सपोर्ट का 10 प्रतिशत से भी कम ही है। जबकि देश का कुल एक्सपोर्ट थाईलैंड की जीडीपी के आधे से भी अधिक होता है। इस साल वैश्विक मांग में कमी के बावजूद थाईलैंड की सरकार को देश का एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद भी है।
हाल में थाईलैंड के ड्यूरियन एक्सपोर्ट को वियतनाम से चुनौती मिलनी भी शुरू हो चुकी है। 2021 में वियतनाम को चीन में अपना ड्यूरियन बेचने की अनुमति भी मिल गई है। इसका सीधा असर थाईलैंड के मार्केट शेयर पर पड़ा है और थाईलैंड के ड्यूरियन ग्राहकों में चीन सबसे बड़ा बायर भी रहा है।