डेस्क। Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच जारी खूनी जंग अब कुछ दिनों के लिए थमने की उम्मीद है। इजरायल ने हमास को एक प्रस्ताव भी भेजा है जिसमें युद्ध को 2 महीने के लिए रोकने की बात बोली गई है। यह प्रपोजल कतर और मिस्र के जरिए भेजा गया है, जो इस लड़ाई में मध्यस्थ की भूमिका में हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इस डील में यह शर्त भी रखी गई है कि गाजा में बंधक बनाए गए सभी लोगों को रिहा किया जाएं। इजरायल के रक्षा विभाग से जुड़े दो अधिकारियों ने यह जानकारी भी दी है। हालांकि, अब देखने वाली बात होगी कि क्या हमास के लड़ाके इसके लिए तैयार हैं या नहीं?
गाजा में हमास की ओर से बंधक बनाए गए दर्जनों इजरायलियों के परिवार वाले सरकार पर काफी दबाव बना रहे हैं। ये लोग सोमवार को इजराइल की संसद में वित्त समिति की बैठक के दौरान प्रवेश भी कर गए। गुस्साए परिजनों ने बोला, ‘आप यहां बैठक नहीं कर सकते, जब बंधक वहां मर रहे हैं।’
बता दें इससे पहले रविवार की रात परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन जारी रखने के लिए यरूशलम में तंबू गाड़ लिए और तब तक वहीं रहने का संकल्प भी लिया, जब तक सरकार कुछ बंधकों को मुक्त कराने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंचती। बंधकों के रिश्तेदारों ने हाल के दिनों में अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है और सरकार से अपने प्रियजनों की रिहाई के लिए और अधिक प्रयास करने की भी मांग कर रहे हैं।
गाजा में इजरायली बमबारी में 50 लोगों की जान गई
दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस में सोमवार को इजरायल में भीषण बमबारी की जिसमें 50 फिलिस्तीनी लोग मारे गए हैं और कई अन्य लोग घायल भी हुए। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी भी साझा की है। फिलिस्तीन के रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने मीडिया को बताया है कि उसे आश्रय केंद्रों पर बमबारी के कारण विस्थापितों की मौतों और चोटों की रिपोर्ट मिली है।
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सोसाइटी ने बोला, ‘इजरायली टैंक अल-अमल अस्पताल के पास पहुंचे और जमीनी हमले के कारण खान यूनिस में हमारे दल के साथ हमारा संपर्क पूरी तरह से टूट भी गया। इजरायली बलों की ओर से उसके एम्बुलेंस केंद्र की घेराबंदी कर दी गई है और जो भी इधर-उधर जाने की कोशिश करता है, उसे निशाना बनाया गया। इसके कारण खान यूनिस में घायलों तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाई थी।’