Join WhatsApp
Join NowSaharanpur groom viral story: प्यार अंधा होता है, यह कहावत तो आपने सुनी होगी. लेकिन कलयुग में “प्यार ऑनलाइन (Online Love)” होता है और कभी-कभी यह इंसान को अंधा ही नहीं, बल्कि हंसी का पात्र भी बना देता है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) के सहारनपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप अपना माथा पकड़ लेंगे. यह कहानी है सोशल मीडिया के एक ऐसे फरेब की, जिसने एक पूरे परिवार की खुशियों को मजाक बनाकर रख दिया.
Yogi Adityanath: दंगामुक्त और माफियामुक्त उत्तर प्रदेश, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी घोषणा
इंस्टाग्राम की फ्रेंड रिक्वेस्ट से शुरू हुई ‘झूठी’ दास्तान
किस्सा सहारनपुर के बड़गांव (Badgaon) इलाके का है. यहाँ रहने वाले एक युवक को इंस्टाग्राम (Instagram) पर एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. प्रोफ़ाइल फोटो अच्छी थी, तो युवक ने स्वीकार कर ली. धीरे-धीरे चैट शुरू हुई. मीठी-मीठी बातें होने लगीं. वो वर्चुअल दुनिया की बातें इतनी हसीन थीं कि युवक को लगा, बस यही वो जीवनसाथी है जिसकी उसे तलाश थी.
लड़की ने अपनी बातों के जाल में लड़के को ऐसे फंसाया कि बात दोस्ती से आगे बढ़कर सीधे शादी (Marriage Proposal) तक पहुँच गई. भरोसा जीतने का खेल इतना तगड़ा था कि लड़के ने बिना एक बार भी हकीकत जाने, 2 दिसंबर को शादी की तारीख पक्की कर दी.
लालच का तड़का: ‘दहेज में मिलेगी कार’, दूल्हे ने शोरूम जाकर देख ली ब्रेज़ा!
इस पूरी कहानी में ‘लालच’ ने भी अहम भूमिका निभाई. अपनी बातों के जादू में फंसाकर उस ‘इंस्टा गर्ल’ ने दूल्हे से वादा किया कि शादी में दहेज के तौर पर एक शानदार कार (Car in Dowry) मिलेगी. अब दूल्हे मियां की खुशी का ठिकाना नहीं था. वो अपने दोस्तों को लेकर सहारनपुर के कार शोरूम तक पहुँच गए. खबरें हैं कि उन्होंने वहां जाकर मारुति ब्रेजा (Maruti Brezza) तक देख ली, यह सोचते हुए कि शादी के बाद तो इसी में घूमना है. घरवाले भी खुश थे कि लड़का सयाना है, अच्छी-खासी शादी हो रही है और लड़की वाले रईस लगते हैं.
रेड फ्लैग (Red Flag): पता नहीं, बस बरेली आ जाना!
शादी की तैयारियां जोरों पर थीं. रिश्तेदार आ चुके थे, हल्दी-तेल की रस्में पूरी हो चुकी थीं. लेकिन, इस सबके बीच एक बात खटक रही थी जिसे शायद प्यार और कार के नशे में दूल्हे ने नज़रअंदाज़ कर दिया. दुल्हन ने शादी के लिए दूल्हे और बारात को बरेली (Bareilly) बुलाया था.
हैरानी की बात यह थी कि न तो उसने कोई पूरा पता (Address) दिया, न गाँव का नाम बताया और न ही किसी मैरिज हॉल की लोकेशन भेजी. उसने सिर्फ इतना कहा, “आप बस बारात लेकर बरेली पहुँच जाओ, वहां से मैं सब बता दूंगी.”
वो “2 दिसंबर” का मनहूस दिन और देवबंद स्टेशन का सन्नाटा
तारीख आ गई. दूल्हा राजा शेरवानी पहनकर, सेहरा सजाकर घोड़ी पर चढ़ गए. गाँव में बैंड-बाजा बज रहा था, बाराती नाच रहे थे. पूरा माहौल जश्न का था. प्लान के मुताबिक, कुछ बाराती गाड़ियों से और बाकी ट्रेन से बरेली जाने वाले थे. बारात धूमधाम से सहारनपुर के देवबंद रेलवे स्टेशन (Deoband Railway Station) तक जा पहुँची.
यही वो पल था जहाँ कहानी में एक जोरदार ट्विस्ट (Twist) आया. स्टेशन पहुँचकर, आगे की लोकेशन पूछने के लिए उत्साहित दूल्हे ने अपनी ‘सपनों की रानी’ को कॉल किया.
-
पहली घंटी बजी… कॉल कट कर दी गई.
-
दूसरी बार कॉल मिलाया… फिर कट गया.
-
और फिर… फ़ोन हमेशा के लिए ‘स्विच ऑफ’ (Switched Off) हो गया.
सपनों का महल ताश के पत्तों की तरह ढह गया
देवबंद स्टेशन पर दूल्हा और बाराती घंटों तक फोन मिलने का इंतज़ार करते रहे. उम्मीद धीरे-धीरे निराशा में और फिर शर्मिंदगी में बदल गई. जब काफी देर तक संपर्क नहीं हुआ, तो दूल्हे और उसके परिवार को समझ आ गया कि उनके साथ बहुत बड़ा ‘खेल’ हो चुका है. जो बारात बरेली जाकर दुल्हन लाने वाली थी, वो देवबंद स्टेशन से ही बैरंग और मायूस होकर अपने गाँव लौट आई.
जिस ‘इंस्टाग्राम वाली दुल्हन’ के भरोसे घर में शहनाइयाँ बज रही थीं, उसने पूरे समाज के सामने परिवार की नाक कटवा दी. अब पुलिस (Saharanpur Police) को मामले की जानकारी दी गई है, लेकिन यह घटना उन सभी युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है जो बिना जांच-पड़ताल किए सोशल मीडिया के प्यार पर भरोसा कर बैठते हैं.
















