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Join NowSmart TV buying guide: त्योहारों का मौसम हो या कोई ऑनलाइन सेल, नया स्मार्ट टीवी (Smart TV) खरीदने का उत्साह हर किसी में होता है। बड़ी स्क्रीन, आकर्षक डिस्काउंट और ढेरों फीचर्स के जाल में हम अक्सर कुछ ऐसी जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिनका खामियाजा हमें बाद में भुगतना पड़ता है। नतीजा? कुछ ही महीनों में आपका चमचमाता नया टीवी धीमा हो जाता है, ऐप्स क्रैश होने लगते हैं और रिमोट का बटन दबाने पर टीवी सोचने में वक्त लगाता है। अगर आप एक नया स्मार्ट टीवी खरीदने की योजना बना रहे हैं या अपने पुराने टीवी की धीमी परफॉर्मेंस से परेशान हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है।
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1. RAM का खेल: 1GB या 2GB, क्या है सही?
भारतीय बाजार में, खासकर 32 और 43 इंच के सेगमेंट में, ज्यादातर स्मार्ट टीवी 1GB RAM के साथ आते हैं। यह सामान्य इस्तेमाल के लिए शायद ठीक हो, यानी अगर आप सिर्फ YouTube या एक-दो स्ट्रीमिंग ऐप्स ही चलाते हैं। लेकिन आज के दौर में यह बिल्कुल भी पर्याप्त नहीं है।
सोचिए, आप नेटफ्लिक्स (Netflix), प्राइम वीडियो (Prime Video), जियोसिनेमा (JioCinema), हॉटस्टार (Hotstar), सोनी लिव (Sony Liv), ज़ी5 (Zee5) और भी कई ऐप्स इस्तेमाल करना चाहते हैं। जब आप इन सभी ऐप्स को इंस्टॉल करते हैं और एक से दूसरे पर स्विच करते हैं, तो 1GB RAM हांफने लगती है। टीवी लैग करने लगता है और आपको एक frustating अनुभव मिलता है।
स्मार्ट सलाह: हमेशा कम से कम 2GB RAM वाला स्मार्ट टीवी ही चुनें। यह थोड़ा महंगा हो सकता है, लेकिन यह आपके टीवी को भविष्य के लिए तैयार रखेगा, परफॉर्मेंस को स्मूथ बनाएगा और लैग की दिक्कत को काफी हद तक कम कर देगा।
2. प्रोसेसर और मॉडल ईयर: पुराना मतलब धीमा!
सिर्फ RAM ही सब कुछ नहीं है। टीवी खरीदते समय उसका मॉडल ईयर (Model Year) जांचना बेहद जरूरी है। जितना नया मॉडल होगा, उसका प्रोसेसर भी उतना ही एडवांस और अपग्रेडेड होगा। प्रोसेसर आपके टीवी का दिमाग है, और नया प्रोसेसर ऐप्स को तेजी से खोलेगा, वीडियो को बेहतर प्रोसेस करेगा और ओवरऑल परफॉर्मेंस को शानदार बनाएगा।
अक्सर सेल में तीन-चार साल पुराने टीवी मॉडल बहुत सस्ते में मिलते हैं। लोग डिस्काउंट देखकर उन्हें खरीद तो लेते हैं, लेकिन यह एक घाटे का सौदा है। पुराना हार्डवेयर आज के नए ऐप्स और सॉफ्टवेयर अपडेट को संभालने में सक्षम नहीं होता, और टीवी जल्द ही धीमा पड़ जाता है।
3. स्टोरेज की समस्या: जब ‘House Full’ हो जाए!
आजकल हम अपने स्मार्ट टीवी में ढेरों ऐप्स इंस्टॉल करते हैं। इन ऐप्स को इंस्टॉल करने और उनके डेटा को स्टोर करने के लिए अच्छी स्टोरेज क्षमता का होना बहुत जरूरी है। किसी भी स्मार्ट टीवी के लिए कम से कम 8GB की इंटरनल स्टोरेज को आदर्श माना जाता है।
अगर आप 4GB या उससे कम स्टोरेज वाला टीवी लेते हैं, तो यह सबसे बड़ी गलती होगी। क्योंकि ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) और पहले से इंस्टॉल ऐप्स ही आधी से ज्यादा स्टोरेज खा जाते हैं। ऐसे में आप अपनी पसंद के कुछ जरूरी ऐप्स भी ठीक से इंस्टॉल नहीं कर पाएंगे और आपको बार-बार ‘स्टोरेज फुल’ का मैसेज परेशान करेगा।
4. पुराने या स्लो टीवी का रामबाण इलाज: स्मार्ट टीवी स्टिक
अगर आपके पास पहले से एक स्मार्ट टीवी है जो अब बहुत स्लो हो गया है, या फिर एक सामान्य LED टीवी है जिसे आप स्मार्ट बनाना चाहते हैं, तो आपको नया टीवी खरीदने की जरूरत नहीं है। बाजार में इसका एक बहुत ही आसान और सस्ता समाधान मौजूद है – स्मार्ट टीवी स्टिक (Smart TV Stick)।
आप अमेज़न फायर टीवी स्टिक (Amazon Fire TV Stick), रियलमी टीवी स्टिक (Realme TV Stick) या शाओमी टीवी स्टिक (Xiaomi TV Stick) खरीद सकते हैं। इन डिवाइस में आमतौर पर 2GB RAM और 8GB स्टोरेज मिलती है। इन्हें बस अपने टीवी के HDMI पोर्ट में लगाना होता है और आपका पुराना या स्लो टीवी भी एक नए और तेज-तर्रार स्मार्ट टीवी में बदल जाता है। यह आपके हजारों रुपये बचा सकता है।
निष्कर्ष: डिस्काउंट नहीं, स्पेसिफिकेशन्स देखें!
सीधी और सरल बात यह है कि अगली बार जब आप स्मार्ट टीवी खरीदें, तो सिर्फ उसकी कीमत और सेल के डिस्काउंट पर मोहित न हों। एक स्मार्ट खरीदार बनें और इन तीन चीजों पर जरूर ध्यान दें – कम से कम 2GB RAM, 8GB स्टोरेज और लेटेस्ट मॉडल ईयर। यह छोटा सा निवेश आपको सालों तक बिना किसी परेशानी के एक शानदार और स्मूथ टीवी देखने का अनुभव देगा।