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Join NowMigraine treatment at home: जब माइग्रेन का असहनीय दर्द आपके सिर पर हमला करता है, तो ऐसा महसूस होता है मानो कोई लगातार हथौड़े मार रहा हो। सिर में एक तेज, असहनीय दबाव, नसों में झनझनाहट, चक्कर आना और कभी-कभी मतली (जी मिचलाना) जैसी समस्याएं इस दर्द को और भी भयानक बना देती हैं। यह एक सामान्य सिरदर्द नहीं है; यह एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो आपकी पूरी दिनचर्या को तहस-नहस कर सकती है। अक्सर, तेज से तेज दर्द निवारक दवाएं (painkillers) भी इस दर्द के सामने घुटने टेक देती हैं, जिससे व्यक्ति हताश और निराश महसूस करने लगता है।
लेकिन अब आपको और चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। माइग्रेन के दर्द से लड़ने की बजाय, यह समझना जरूरी है कि इसे कैसे शांत किया जाए। प्रकृति और आयुर्वेद में कुछ ऐसे शक्तिशाली और असरदार घरेलू उपाय छिपे हैं, जो न सिर्फ आपको माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत दिला सकते हैं, बल्कि भविष्य में इसके अटैक की fréquence (बार-बार होने की प्रक्रिया) को भी कम कर सकते हैं। ये उपाय बेहद सरल हैं और आपकी रसोई में मौजूद चीजों से ही किए जा सकते हैं।
आइए, हम आपको डाइट एक्सपर्ट रमिता कौर द्वारा सुझाए गए कुछ जाँचे-परखे तरीकों के बारे में बताते हैं, जिनसे आप माइग्रेन के दर्द को हमेशा के लिए अलविदा कह सकते हैं।
माइग्रेन के दर्द से तत्काल राहत पाने के 3 अचूक तरीके (Instant Migraine Relief Techniques)
इन उपायों को अपनाकर आप अपने माइग्रेन के दर्द पर तुरंत काबू पा सकते हैं। ये तीनों उपाय बेहद आसान हैं और इतने असरदार हैं कि आपको कुछ ही पलों में फर्क महसूस होने लगेगा।
1. गुनगुने देसी घी का आयुर्वेदिक चमत्कार
यह एक सदियों पुराना आयुर्वेदिक नुस्खा है, जिसे ‘नस्य क्रिया’ का एक रूप माना जाता है।
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कैसे करें: लेट जाएं और सिर को थोड़ा पीछे की ओर झुका लें। अब किसी ड्रॉपर की मदद से गुनगुने (हल्का गर्म) देसी घी की 2-2 बूंदें अपनी नाक के दोनों छिद्रों में डालें। कुछ देर ऐसे ही लेटे रहें।
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यह कैसे काम करता है: आयुर्वेद के अनुसार, घी वात दोष को शांत करता है, जो अक्सर सिरदर्द का कारण माना जाता है। यह नाक के मार्ग को चिकनाई देता है, सूजन को कम करता है और दिमाग की नसों को शांत कर दर्द से तुरंत राहत पहुंचाता है।
2. गर्म पानी और आइस पैक थेरेपी
यह एक तरह की हाइड्रोथेरेपी (hydrotherapy) है, जो ब्लड सर्कुलेशन को मैनेज करके दर्द को कम करती है।
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कैसे करें: एक बाल्टी में सहन करने योग्य गर्म पानी भरें और उसमें अपने दोनों पैरों को डुबोकर बैठ जाएं। इसके साथ ही, एक आइस पैक या ठंडे पानी में भीगे तौलिये को अपनी गर्दन के पिछले हिस्से पर रखें।
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यह कैसे काम करता है: गर्म पानी पैरों की रक्त वाहिकाओं को फैलाता है, जिससे सिर में हो रहा तेज रक्त प्रवाह (blood flow) नीचे की ओर खिंच जाता है। वहीं, गर्दन पर रखा आइस पैक सिर की तरफ जाने वाली नसों को सिकोड़ता है, जिससे सिर पर पड़ रहा दबाव कम हो जाता है। यह तरीका सिर्फ 15 मिनट में दर्द में चमत्कारी रूप से राहत दे सकता है।
3. तिल के तेल से सिर की मालिश
सिर की हल्की मालिश तनाव कम करने और दर्द से राहत पाने का सबसे सीधा तरीका है।
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कैसे करें: तिल के तेल को हल्का गुनगुना कर लें। अब इस तेल से अपनी उंगलियों के पोरों से माथे, कनपटी और सिर पर हल्के हाथों से गोलाकार गति में मालिश करें।
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यह कैसे काम करता है: मालिश करने से उस हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और तनावग्रस्त मांसपेशियां (tense muscles) रिलैक्स होती हैं, जिससे दर्द में तेजी से कमी आती है। तिल के तेल में प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक गुण होते हैं।
माइग्रेन को जड़ से खत्म करने के लिए अपनी डाइट में शामिल करें ये 5 सुपरफूड्स
यदि आप बार-बार होने वाले माइग्रेन अटैक से परेशान हैं, तो दवाइयों के साथ-साथ अपनी डाइट में कुछ विशेष फूड्स को शामिल करना एक बहुत ही समझदारी भरा कदम है।
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कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds): दोपहर के भोजन से पहले फलों के साथ 1 चम्मच कद्दू के बीज जरूर खाएं। ये मैग्नीशियम (magnesium) का एक बेहतरीन स्रोत हैं। मैग्नीशियम की कमी माइग्रेन के प्रमुख कारणों में से एक है। यह दिमाग की नसों को शांत रखने में मदद करता है।
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अदरक (Ginger): जैसे ही आपको लगे कि सिरदर्द शुरू हो रहा है या जी मिचला रहा है, तुरंत एक कप ताजी अदरक की चाय पिएं। अदरक में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) गुण होते हैं जो दर्द पैदा करने वाले प्रोस्टाग्लैंडिंस को ब्लॉक कर सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे कुछ पेनकिलर काम करते हैं।
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अलसी के बीज (Flax Seeds): 1 चम्मच भुने हुए अलसी के बीजों को पीसकर अपने दाल, सब्जी, सूप या रोटी के आटे में मिलाएं। अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 fatty acids) से भरपूर होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करके माइग्रेन अटैक की तीव्रता और संख्या को कम कर सकते हैं।
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हल्दी (Turmeric): रात को सोने से पहले एक कप हल्दी वाला दूध (गोल्डन मिल्क) पीना अपनी आदत बना लें। हल्दी में ‘करक्यूमिन’ नामक एक जादुई यौगिक होता है, जिसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह दर्द और सूजन को प्राकृतिक रूप से कम करता है।
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खीरा (Cucumber): डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) माइग्रेन का एक बहुत बड़ा ट्रिगर है। इसलिए, अपने दोपहर के भोजन में खीरा जरूर शामिल करें। खीरे में 95% से अधिक पानी होता है, जो आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और माइग्रेन को दूर रखने में मदद करता है।
याद रखें, ये घरेलू उपाय दर्द को नियंत्रित करने और राहत पहुंचाने में बेहद कारगर हैं। लेकिन, अगर आपका दर्द बहुत गंभीर है, बार-बार होता है, और इन उपायों से भी ठीक नहीं हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।