इतिहास– जब हम मुगल काल की बात करते हैं तो हमारे दिमाग मे क्रूरता ही सबसे पहले आती है। वही जब हम मुगल बादशाह के खान पान को देखते हैं तो हमे लगता है यह मटन चिकन के सबसे अधिक शौकीन थे। और शायद यह सच भी है।
लेकिन कुछ मुगल बादशाह ऐसा भी था जिसे मांसाहारी खाने से परहेज था। अगर हम इतिहास के पन्नो को पलट कर देखे तो हमे मिलेगा की अकबर, जहांगीर और औरंगजेब साग-सब्जियों के शौकीन थे. इन्हें मासांहारी भोजन पसन्द नही था।
ऐसा नही था कि यह लोग मांसाहारी भोजन नही करते थे। लेकिन औरंगजेब अकबर और जहांगीर से अलग था। उसने आरम्भ में मांसाहारी भोजन किया। लेकिन बाद में वह शाकाहारी बन गया।
इतिहासकार और भोजन विशेषज्ञ सलमा हुसैन ने बीबीसी के लिए लिखे एक आर्टिकल में बताया है की औरंगजेब को मासांहारी भोजन नही पंसद था। गेहूं से बने कबाब और चने की दाल से बने पुलाव उसे बहुत पसंद थे। उसके किचन में शाक सब्जियां ही दिखाई देती थी।