मीडिया– आज के समय मे पब्लिक रिलेशन प्रत्येक क्षेत्र का एक ऐसा तमगा बन गया है। जो की जनता के बीच किसी भी संगठन की सकारात्मक छवि स्थापित करने का काम करता है। जनसम्पर्क सामान्य रूप से लोगो को जागरूक करता है और उन्हें यह बताने का प्रयास करता है कि वास्तव में उन्हें किस चीज की आवश्यकता है। यदि हम सामान्य शब्दो में जनसंपर्क के अर्थ को समझे तो यह किसी संगठन, संस्था या किसी सरकारी योजना की जानकारी जनता को देता है और उसके लाभों से उन्हें अवगत करवाता है।
जनसम्पर्क का अर्थ-
जनसम्पर्क जनता से सम्पर्क साधने का माध्यम है। इसके जरिये कोई भी संगठन और संस्था जनता के बीच अपनी सकारात्मक छवि स्थापित करता है। जनसंपर्क एक तरह से लोगो को बिना लाभ के सामाजिक सेवाएं देता है जो एक संस्था की ओर से लागू की जाती है।
जनसंपर्क का एकमात्र उद्देश्य जनता का विश्वास स्थापित करना और जनता के बीच जाकर अपने प्रोडक्ट की त्रुत्रियो को जानना और उनमें सुधार करके उन्हें जनता के बीच पेश करना व जनता का विश्वशनीय बनना होता है।
एपली- जनसम्पर्क को परिभाषित करते हुए एपली ने कहा है कि यह संगठन और संस्था की सकारात्मक छवि स्थापित करने की एक सलाह है। यह के विश्वास जीतने की एक कला है।
विज्ञापन और जनसंपर्क में अन्तर-
विज्ञापन सामान्य तौर पर लाभ हेतु किया जाता है और यह अपने दर्शकों को किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने हेतु प्रेरित करता है। यह सामान्य तौर पर लम्बे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है।
वही अगर हम बात जनसम्पर्क की करे तो यह लाभ हेतु नही होता है। इसका एक मात्र उद्देश्य जनता के बीच अपनी विषय वस्तु की सकारात्मक छवि स्थापित करना और जनता का विश्वास जीतना होता है। यह सामाजिक हित हेतु कार्य करता है और यह जनता को चीजो के विषय मे जागरूक करता है।
जनसपंर्क के महत्वपूर्ण उपकरण-
जनसंपर्क साधने के मुख्य उपकरण इस प्रकार है-
भाषण
बातचीत
जनसभा
रैली
टेली कम्युनिकेशन
अच्छी भाषा मे पत्र लिखना
सोशल मीडिया
मैगजीन
पोस्टर
न्यूज़ रील
प्रदर्शनी