डेस्क। UP News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लंबे समय से राज्य के इंफ्रास्टक्चर पर काम कर रही है। जिसके अंतर्गत सड़कों खासकर एक्सप्रेसवे का जाल बिछाकर कनेक्टेविटी को बेहतर बनाने पर काम किया जा रहा है।
इंफ्रास्ट्रक्चरल डेवलपमेंट की वजह से उद्दोगों को काफी बढ़ावा भी मिलता है, लिहाजा इस समय योगी सरकार का पूरा फोकस बड़े-बड़े राजमार्गों एक्सप्रेसवे के निर्माण पर केंद्रित है। नतीजतन एक्सप्रेसवे के किनारे बड़े पैमाने पर बड़ी बड़ी इंडस्ट्रीज की स्थापना इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने की योजना अब धरातल पर उतरती हुई दिखाई दे रही है।
इस क्रम में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी यूपीडा की तरफ से विकसित किए जा रहे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को मूर्त रूप देने के लिए राज्य के कई जिलों में जमीर खरीद की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। सूत्रों की माने तो सरकार इस क्रम में लगभग आठ हजार करोड़ रुपए की जमीन खरीदने की भी तैयारी में है, जिसको 29 जिलों में खरीदा जाना तय है। इस जमीन की नाप 5769 हेक्टेयर बताई गई है।
UP News: 11 औद्योगिक गलियारों के लिए इतने हेक्टेयर भूमि
यूपीडा की तरफ से मिले अपडेट के अनुसार उत्तर प्रदेश के 29 जिलों में 5 एक्सप्रेसवेज के किनारे औद्योगिक गलियारों ( इंडस्ट्रियल कॉरिडोर ) की स्थापना की दिशा में प्रयास तेज हो गए हैं। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे 11 औद्योगिक गलियारों के लिए 1522.05 हेक्टेयर भूमि क्रय भी की जा रही है।
उत्तर प्रदेश ( यूपी ) में इन जिलों में अलग-अलग अक्सप्रेसवे के लिए इस तरह से जमीन खरीदी जाएगी-
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे:
चित्रकूट (202.0640 हेक्टेयर)
बांदा (677.00 हेक्टेयर)
हमीरपुर (100.00 हेक्टेयर)
महोबा (100.00 हेक्टेयर)
जालौन (677.00 हेक्टेयर)
ओरैया (110.047 हेक्टेयर)
लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे:
आगरा (120.00 हेक्टेयर)
फिरोजाबाद (102.2580 हेक्टेयर)
इटावा (110.02 हेक्टेयर)
कन्नौज (100.00 हेक्टेयर)
कानपुर नगर (100.2693 हेक्टेयर)
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे:
लखनऊ (90.00 हेक्टेयर)
बाराबंकी (243.00 हेक्टेयर)
अमेठी (100.00 हेक्टेयर)
सुलतानपुर (343.00 हेक्टेयर)
गाजीपुर (427.00 हेक्टेयर)
आंबेडकरनगर (382.57 हेक्टेयर)
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे:
गोरखपुर (100.00 हेक्टेयर)
आंबेडकनगर (145.3582 हेक्टेयर)