देश– वृंदावन एक ऐसा शहर जहां गया हर व्यक्ति कृष्णमय हो जाता है। लोगो की जुबान पर सिर्फ एक नाम होता है कान्हा वही अगर हम बात सोफिया की करे तो यह रूस की है जो अब कृष्ण भक्ति में लीन है और वृंदावन में ही रहती है। सोफिया को जीवन का वास्तविक मूल तब समझ आया जब उन्होंने भगवत गीता का पाठ किया। वह बीते 8 सालों से कृष्ण की भक्ति में लीन है।
सोफिया भारत इंडियन क्लासिकल डांस की ट्रेनिंग लेने आई थी। उनका मन भगवत गीता ने मोह लिया। उनकी हिंदी इतनी चित्ताकर्षक है की उसे सुनकर कोई भी उनसे घण्टो बात कर सकता है। सोफिया की जुबान गिरधारी का नाम जपते नही थकती है। सोफिया का कहना है कि अगर आज वह जिंदा है और अपना जीवन जी रही है तो उसका एक मूल कारण भगवत गीता है। जब सभी मार्ग बंद हो गए थे तब गीता ने मेरा मार्गदर्शन किया मुझे जीने का कारण दिया और कृष्ण का अर्थ बताया।
एक यूट्यूबर को दिये इंटरव्यू में सोफिया ने दावा किया जब वह रूस में थी तभी उन्होंने भगवत गीता को पढ़ लिया था। पहले वह काफी उलझी रहती थी। उनके मन मे तरह तरह के प्रश्न रहते थे। जीवन से उन्हें कई शिकायतें थी। लेकिन जब उन्होंने गीता का पाठ किया तो उनके सभी सवाल हल हो गए। उनके मन के सभी भ्रम दूर हो गए और उनका जीवन साकार बन गया।
सोफिया ने कहा जब मैं 14 साल की थी तक मेरा जीवन काफी उलझ गया था। मैं काफी परेशान थी। मुझे जीने की कोई लालसा नही थी और कोई इच्छा थी तो वह है मृत्यु। हमेशा लगता था कि जब एक दिन मरना ही है तो आज क्यों नही। इस विषय मे माता पिता से बात की सभी परेशान थे। लेकिन जब गीता का पाठ किया तो जीने की वजह मिली। कृष्ण का साथ मिला और हर सवाल का जवाब मिला।
सोफिया ने बताया की उनको हिंदी भी माधव की कृपा से आई है। जब वह वृंदावन आई तो सभी लोग हिंदी में बात करते थे मैं उन्हीं को देखते देखते आज हिंदी बोलना सीख गई हूं। मैं साल 2014 में भारत आई नृत्य एकेडमी में एडमिशन लिया और अब यही बस गई हूं। मैं कृष्ण के साथ खुश हूँ।