आध्यात्मिक – हिन्दू धर्म में जीवन से जुड़े कई विशेष नियम बताये गए है। अगर हम धार्मिक नियमो के मुताबिक काम करते है तो हमारा जीवन सकारात्मक बनता है और हमपर ईश्वर की कृपा बनी रहती है। हिन्दू धर्म के मुताबिक अगर आप सुबह स्नान करने के बाद भगवान सूर्य देव को पूर्ण अर्घ्य देते है तो आपका भाग्य शसूर्य के तेज सा चमकने लगता है। आपके जीवन के सभी कष्ट मिट जाते है और जीवन से नकारात्मकता का नाश हो जाता है।
धार्मिक ग्रंथो में सूर्य को स्न्नान के बाद पूर्ण अर्घ्य देने के कुछ विशेष नियम बताये गए है. अगर आप इन नियमो का पालना करते है तो आपका जीवन बड़े सुख के साथ गुजरता है और आपको कभी असफलता का सामना नहीं करना पड़ता है. अगर आप सूर्य देव को अर्घ्य देते है तो आपको हमेशा तांबे के लोटे का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि तांबा सूर्य को सबसे अधिक प्रिय होता है और इसे सूर्य की धातु कहा जाता है।
सूर्य को अर्घ्य देते समय आप पूजा थाली को अच्छे से तैयार करे। पूजा की थाली में आप फूल , अक्षत , रोली रखे और सूर्य को पूर्ण अर्घ्य अर्पित करें। इसके साथ ही आपको गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। धार्मिक ग्रंथो के मुतबिक अगर आप कलश से निकले जल से सूर्य की रोशनी को देखते है तो इसके तेज से आपके नेत्र रोग दूर होते है और आपकी आँखों की रोशनी तेज हो जाती है।
कहावत यह भी है की अगर आप सूर्य को जल अर्पित करते है और जहां जल की धारा गिरती है उस जगह की मिट्टी को अपने मस्तिष्क पर लगाते है तो आपका दिमाग तेज होता है। वही अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर होता है और आपके रुके हुए काम पुरे नहीं हो पाते है , तो सूर्य को अर्घ्य देने से आपके जीवन की यह समस्या दूर देती है और आपके लम्बे समय से अटके सभी काम पूरे हो जाते है।