Dharam – विश्वास जीवन के रिश्तों में जान डालता है। एक यही ऐसी डोर है जो रिश्तों को मजबूती से बांधकर रखती है और दो लोगो के बीच के आपसी संबंध अच्छे से चलते हैं। विश्वास एक ऐसी डोर है जिसने इस सम्पूर्ण संसार को बांध रखा है। बिना विश्वास के जीवन ने कुछ भी नहीं सफल नही हो सकता है।
लेकिन कई बार हमारा विश्वास हमारे लिए समस्या बन जाता है। तो आज हम इस लेख में समझेंगे विश्वास और अंधविश्वास के बीच की एक रेखा का अंतर और जानेंगे की आपको किस पर कितना विश्वास करना चाहिए।
असल में विश्वास एक कांच की बोतल की तरह होता है जिसे सजो कर रखना पड़ता है। इसमे अगर एक भी दरार आ जाती है तो यह सबसे अधिक रिश्ते को प्रभावित करती है। जैसे कांच का गिलास टूटता है तो उसका कांच चुभने पर दर्द देता है। ठीक उसी प्रकार विश्वास जब टूटता है तो व्यक्ति का रिश्ता भी दर्द बन जाता है।
विश्वास के बिना जीवन का कोई कार्य सफल नही हो सकता है। ऐसे में आपको हमेश6ऐसे व्यक्ति पर विश्वास करना चाहिए जो आपके प्रति समर्पित हो। जो सदैव सत्य बोलता हो। जिसके लिये आपका विश्वास ही सब कुछ हो। वही अगर आप ऐसे व्यक्ति पर बार बार विश्वास करते हैं जो आपसे झूठ बोलता है तो आपको जीवन भर कष्ट का सामना करना पड़ता है।
विश्वास आपको गलत करने से रोकता है। जब आप किसी व्यक्ति पर विश्वास करते हैं तो उसका यह कर्तव्य होता है कि वह आपके प्रति समर्पित रहे। वही अगर वह ऐसा नही करता है तो उसकी गलतियों पर पर्दा डालकर बार बार विश्वास करना धोखे को खुद आमंत्रित करने जैसा होता है।