Religious – हिन्दू धर्म के अनुसार आप अपने बच्चे को जो भी संस्कार देते हैं जैसे वातावरण में रखते हैं। उसका व्यवहार ठीक उसी प्रकार हो जाता है। अगर आप उसे सकारात्मक रखते हैं तो वह सदैव सकारात्मक सोच के साथ अपने जीवन मे आगे बढ़ता है और अगर आप नकारात्मक विचार रखते हैं तो वह अपने जीवन मे नकारात्मक विचारों के साथ आगे बढ़ता है।
वही अगर हम चाणक्य नीति की बात करे तो आचार्य चाणक्य ने जीवन से जुड़े कई पहलुओं पर बात की है। अगर कोई भी व्यक्ति चाणक्य नीति के मुताबिक अपने जीवन को सूचीबद्ध करता है और आचार्य चाणक्य के बताए नियमो का पालन करता है तो उसका जीवन काफी सरल हो जाता है। वही आचार्य चाणक्य ने संतान के परिपेक्ष्य में कुछ बाते ऐसी कही है जिन्हें आप सभी को अपनी संतान को जरूर बतानी चाहिए।
तो आइए जानते हैं उन बातों के बारे में जिन्हें आचार्य चाणक्य ने संतान को बताने के लिए कही है…
आचार्य चाणक्य ने कहा कि सभी को अपने बच्चो को सदाचार की बाते बतानी चाहिए। क्योंकि सदाचार बच्चे के गुणों का निर्माण करता है अगर आपका बच्चा सदाचार की बाते करता है। तो उससे उसका भविष्य बेहतर बनेगा।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक बच्चो को सदैव सत्य बोलना सिखाना चाहिए। अगर आपके बच्चे सत्य के मार्ग पर चलते हैं तो उन्हें सफलता हासिल होती है और किसी प्रकार की समस्याओं से जूझना नही पड़ता है।
चाणक्य नीति के मुताबिक सभी माता पिता को अपने बच्चो को अनुशासित रखना चाहिए और उन्हें समय के मूल्य को समझाना चाहिए। जो व्यक्ति समय के मूल को समझता है उसे जीवन मे सब कुछ हासिल हो जाता है।
चाणक्य नीति के मुताबिक आपको अपने बच्चे को शिक्षा का महत्व समझाना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि जीवन मे सफल होने के लिए शिक्षा का अत्यधिक महत्व है।
वही अगर आप अपने बच्चों को परिश्रम का मूल मंत्र नही बताते हैं तो वह जीवन मे काफी समस्यों को झेलते है।सभी अभिभावकों को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि वह बच्चो को परिश्रम करना सिखाए।