Chanakya Niti in Hindi: दुनिया के महानतम दार्शनिक आचार्य चाणक्य का जन्म आज से करीब 3 हजार साल पहले हुआ था और वे नीति शास्त्र, कूटनीतिज्ञ और बहुत बड़े अर्थशास्त्री थे।
उन्होंने नीति शास्त्र (चाणक्य नीति) नामक अपनी किताब में परिवार, समाज, देश, राजनीति, सैन्य ताकत समेत तमाम विषयों पर अपने विचार लोगों के सामने रखे थे। वहीं हैरत की बात है कि इतना लंबा अरसा बीत जाने के बावजूद उनके ये विचार आज भी शत-प्रतिशत प्रासंगिक साबित होते हैं और आज हम चाणक्य नीति में उल्लिखित उन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर ठहरना आपके लिए मुसीबत बुलाने के बराबर साबित होता है। उनके अनुसार ऐसी जगहों को जितनी जल्दी छोड़ दें, उतना ही अच्छा होगा।
संभावित हमले वाले स्थान
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya Quotes) कहते हैं कि इंसान को ऐसी जगहों पर नहीं ठहरना चाहिए, जहां पर जंग छिड़ने की आशंका हो। अगर आपके देश पर हमला होने वाला हो तो पहले परिवार को बचाने के लिए उस जगह को छोड़ दें और फिर पूरी तैयारी के साथ वापस आकर इसका मुकाबला भी करें।
जहां हो खराब अर्थव्यवस्था
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में बताया गया है कि जिस देश की अर्थव्यवस्था चरमरा रही हो। जहां पर रहने वाले लोग रोटी-कपड़े और मकान जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसने को मजबूर हो, उसे भी छोड़ देने में ही भलाई होती है। ऐसा जगह पर आप जितनी देर तक रहेंगे आपका नुकसान उतना ही बढ़ता ही रहेगा।
दंगे-फसाद वाली जगहें
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya Quotes) यह कहते हैं कि जिस जगह पर अक्सर दंगे होते रहते हों और जहां पर उपद्रवी भीड़ कभी भी हमला कर सकती हो, वहां पर ठहरना समझदारी की बात नहीं होती। ऐसे जगहों पर रहने से परिवार की सुरक्षा खतरे में पड़ने के साथ ही कारोबार का भी काफी नुकसान होता है।
जहां रोजगार न हो
जिस जगह पर रोजगार के कोई साधन न बचे हों। जहां पर कोई नाते-रिश्तेदार न रहते हों और जिस जगह पर आदर-सम्मान नहीं मिलता हो, ऐसी जगह को भी जल्द छोड़ देना ही बेहतर होता है।