डेस्क। दिल्ली में संसद के बजट सत्र के अंतिम दिन गुरुवार (6 अप्रैल) को विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक की ‘तिरंगा मार्च’ निकाला है। तिरंगा मार्च में UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल थे। इस मार्च में भाग लेने वाले कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि सरकार खुद संसद नहीं चलने दे रही है। वे अडानी घोटाले पर आखिर चर्चा क्यों नहीं करना चाहते हैं?
डीएमके, समाजवादी पार्टी, राजद, शिवसेना (यूबीटी), आप और एनसीपी जैसे समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के सांसदों और कांग्रेस के अलावा वाम दलों के सांसदों ने राष्ट्रीय ध्वज को लेकर संसद भवन से मार्च शुरू की और विजय चौक तक भी गए। सोनिया गांधी ने संसद के गेट नंबर 1 पर राष्ट्रीय ध्वज थामा जहां पर सभी विपक्षी सांसद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में मार्च शुरू करने से पहले एकत्र भी हुए।
संसद के बजट सत्र के समापन पर लोकसभा के अनिश्चित काल के लिए स्थगित होने के बाद विपक्षी नेताओं ने अध्यक्ष द्वारा दी जाने वाली पारंपरिक चाय का भी बहिष्कार कर दिया। वही विपक्षी दल संसद के बजट सत्र के दौरान एकता का प्रदर्शन कर रहे हैं और 13 मार्च को शुरू होने के बाद से संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं।