देश– बीते दिनों से भारतीय मुद्रा सुर्खियों में है। हर तरह इस बात की चर्चा के की आखिरी अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से यह मांग क्यों की है कि भारतीय करेंसी पर गणेश लक्ष्मी की फोटो होनी चाहिए। कई लोग अरविंद केजरीवाल के इस बयान की आलोचना कर रहे हैं और इसे उनका राजनैतिक स्वार्थ बता रहे हैं।
कई लोगो का कहना है कि अगर गणेश लक्ष्मी की फोटोनोट पर हुई तो इससे ईश्वर का अपमान होगा। क्योंकि नोट का उपयोग हम मीट खरीदने में भी करते हैं। लगातार करेंसी पर धार्मिक तस्वीरों की बाते सुर्खियों में है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
जाने कब कब सिक्को पर आई धार्मिक छवि-
लेकिन यह मांग कोई नई नही है। इससे पहले भी भारतीय करेंसी पर कई बार इवेंट के मुताबिक धार्मिक तस्वीरें छपी है। साल 2008 में गुरु ग्रंथ साहिब जी के गुरता गद्दी की 300वीं वर्षगांठ पर सिक्का जारी किया था. इसके बाद साल 2010 में बृहदीश्वर मंदिर के 1000 साल पर सिक्का जारी किया गया था।
2010 में मदर टेरेसा की जन्म शताब्दी पर, 2009 में सेंट अल्फोंसा और 2002 में भगवान महावीर के नाम पर सिक्के जारी किए थे. इसके साथ ही आपने वैष्णो देवी के सिक्के भी देखे होंगे, जो 2013 में जारी किया गया था। लेकिन यह सभी सिक्के इवेंट के मुताबिक जारी किए गए हैं।
जाने क्या है केंद्र का आधिकारिक-
केंद्र सरकार के पास यह आधिकारि है कि वह किसी विशेष इवेंट पर मुद्रा में किसी की छवि छाप सकता है।सिक्का अधिनियम के तहत किसी विशेष ऐतिहासिक या धार्मिक आयोजन के मौके पर केंद्र सरकार इस प्रकार का काम कर सकती है।
बता दें सिक्कों का डिज़ाइन सिक्का अधिनियम, 2011 की धारा 4 के तहत केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है. बैंक नोटों का डिजाइन आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा 25 के प्रावधानों द्वारा शासित होता है।